रूसी Mi-17s को रिप्लेस करेगा स्वदेशी हेलीकॉप्टर, जानें क्या है पूरा प्लान, कीमत से लेकर खासियत तक

नई दिल्ली : भारतीय सेना में शामिल रूसी Mi-17s हेलीकॉप्टर को धीरे-धीरे रिप्लेस करने की तैयारी चल रही है। इन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, सियाचीन, पूर्वी लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के दूरदराज इलाकों में पहुंचने के लिए किया जाता है। इसके अलावा देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत अन्य वीवीआईपी लोग भी इसका यूज करते हैं। ऐसे में इस खास विमान को रिप्लेस करने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अगले आठ से 10 साल में इन रूसी हेलीकॉप्टर को स्वदेशी हेलीकॉप्टर से रिप्लेस कर दिया जाएगा। 8 से 10 साल में तैयार होगा स्वदेशी हेलीकॉप्टरइंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि रूस के एमआई-17 को बदलने के लिए भारत के पास अगले 8 से 10 वर्षों में एक स्वदेशी मध्यम-लिफ्ट हेलीकॉप्टर होने की संभावना है। रूसी विमान को 2028 तक चरणबद्ध रूप से हटाया जाएगा। रिपोर्ट में एचएएल में एरोडायनामिक्स के मुख्य प्रबंधक (डिजाइन) अब्दुल रशीद ताजर ने कहा कि भविष्य के 13 टन के भारतीय मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (IMRH) का प्रारंभिक डिजाइन पहले ही तैयार चुका है। हेलीकॉप्टर के लिए विस्तृत डिजाइन पर काम जल्द ही शुरू किया जाएगा। नौसेना के लिए मल्टीरोल वर्जन होगानए स्वदेशी हेलीकॉप्टर का एक नौसैनिक डेक-आधारित मल्टी-रोल वर्जन भी होगा। ताजर ने कहा कि हम सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की मंजूरी के साथ ही फंडिंग का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीसीएस की मंजूरी के चार साल के भीतर हम प्रोटोटाइप की पहली उड़ान के लिए तैयार हो जाएंगे। इसके बाद अगले चार साल के भीतर टेस्टिंग सर्टिफिकेशन मिलने की उम्मीद हो जाएगी। HAL ने पुराने Mi-17s को बदलने के लिए मीडियम-लिफ्ट हेलिकॉप्टरों के लिए प्लानिंग तैयार की है। यह हेलीकॉप्टर आठ साल बाद भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए तैयार होंगे। फ्रांस की कंपनी के साथ मिलकर बनेगा इंजनभारतीय वायुसेना के पास फिलहाल में लगभग 250 Mi-17 हेलिकॉप्टर हैं। एक हेलीकॉप्टर में 30 से अधिक सैनिकों और अन्य भार को ले जा सकता है। नया स्वदेशी हेलीकॉप्टर (IMRH) हवाई हमले, एयर ट्रांसपोर्ट, कॉम्बेट लॉजिस्टिक , युद्ध खोज और बचाव, और हताहत निकासी कार्यों को करने में सक्षम होगा। इसके अलावा यह 4,500 किलोग्राम तक का पेलोड ले जाने में सक्षम होगा। नए स्वदेशी हेलीकॉप्टर के इंजन को फ्रांस के सफरान हेलीकॉप्टर इंजन और एचएएल द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर बनाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक हेलीकॉप्टर की कीमत 300 करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। एचएएल को उम्मीद है कि उसे 500 से अधिक हेलीकॉप्टरों को तैयार करने का ऑर्डर मिलेगा।