प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों के मध्य प्रदेश आने से भारत की वन्यजीव विविधता को बढ़ावा मिला है. ये 12 चीते शनिवार को मध्य प्रदेश पहुंचे और उन्हें श्योपुर जिले के कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में अलग-अलग बाड़ों में छोड़ दिया गया. पांच महीने पहले एक अन्य अफ्रीकी देश नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे. कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या बढ़कर अब 20 हो गई है.
मध्य प्रदेश में चीतों के पहुंचने से संबंधित पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के एक ट्वीट को टैग करते हुए मोदी ने ट्विटर पर लिखा, इस घटनाक्रम से भारत की वन्यजीव विविधता को बढ़ावा मिला है.
Indias wildlife diversity receives a boost with this development. https://t.co/ceF0dzPcXm
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2023
12 चीतों को बाड़ों में छोड़ा गया
यादव ने शनिवार को ट्वीट किया था, स्वागत है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में शुरू किया गया प्रोजेक्ट चीता आज कुनो नेशनल पार्क में एक और मील के पत्थर पर पहुंच गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति में 12 चीतों को बाड़ों में छोड़ा गया.
बता दें कि इन चीतों को भारत में चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने की परियोजना के तहत लाया गया है. भारत में चीता परिचय की कार्य योजना के मुताबिक कम से कम अगले 5 वर्षों के लिए अफ्रीकी देशों से सालाना 10-12 चीतों का आयात करने की जरूरत है. भारत सरकार ने चीता संरक्षण के क्षेत्र में सहयोग के लिए 2021 में दक्षिण अफ्रीका के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू की. इसके बाद जनवरी 2023 में समझौते पर हस्ताक्षर हुए.
1952 में विलुप्त हो गए थे चीते
भारत में आखिरी चीते की मौत छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में साल 1947 में हुई थी. माना जाता है कि कोरिया के शोरिया रोबस्टा जंगलों में तीन चीतों को गोली मार दी गई थी. इस प्रजाति को देश में 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था.
भाषा इनपुट के साथ