लंदन: इंग्लैंड में आज एक बार फिर भारतीय टीम का विश्व विजेता बनने का सपना टूट गया। द ओवल में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 209 रनों से हराते हुए पहली बार टेस्ट में विश्व विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया। इसके साथ ही वह पहली ऐसी टीम बन गई है, जिसने वनडे, टी-20 और टेस्ट यानी इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने नाम की। भारत का आखिरी दिन 280 रन बनाए थे और उसके 5 विकेट बचे थे, लेकिन विराट कोहली और जडेजा एक ही ओवर में बोलैंड के शिकार बने और इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम का सपना चकनाचूर होते देर नहीं लगी। पिछली बार भारत को न्यूजीलैंड के हाथों इंग्लैंड में ही हार मिली थी।किस पारी में किस टीम का कितना स्कोरऑस्ट्रेलिया: 469 & 270/8 dभारत: 296 & 234भारत को मिला था 444 रनों का लक्ष्यऐतिहासिक टेस्ट के चौथे दिन भारतीय टीम ने 3 विकेट पर 164 रन बनाए थे। विराट कोहली 44 रन बनाकर, जबकि अजिंक्य रहाणे 20 रन बनाकर क्रीज पर थे। जब 5वें दिन का खेल शुरू हुआ तो भारत को 280 रनों की जरूरत थी, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 444 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। आखिरी दिन समय भरपूर था और भारत के पास 7 विकेट थे तो एक उम्मीद थी कि विराट कोहली और रहाणे पूर्व कप्तान और पूर्व उपकप्तान की जोड़ी कुछ करिश्मा करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।विराट कोहली और रहाणे के आउट होते ही टूटा सपनाचौथी पारी में रोहित शर्मा ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन 43 रनों पर आउट हो गए। उनसे पहले शुभमन गिल एक विवादास्पद फैसले का शिकार बने। उनके खाते में 18 रन रहे, जबकि पुजारा एक खराब शॉट खेलकर 27 रनों पर चलते बने। इस तरह 3 विकेट गिरे थे। भारत का 5वें दिन का पहला विकेट विराट कोहली के रूप में गिरा। वह 49 रनों के स्कोर पर बोलैंड की बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ा बैठे और सेकंड स्लिप में स्टीव स्मिथ ने हवा में गोता लगाते हुए कैच लपक लिया। इसी ओवर में बोलैंड ने बल्लेबाजी हुनर की वजह से अश्विन पर वरीयता प्राप्त रविंद्र जडेजा को शून्य के स्कोर पर आउट कर दिया।फिर यूं ढही भारतीय बल्लेबाजीबोलैंड के बाद स्टार्क ने मोर्चा संभाला तो अजिंक्य रहाणे को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों कैच आउट कराते हुए भारत की रही सही उम्मीदों को भी तार-तार कर दिया। वह 46 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद शार्दुल ठाकुर बिना खाता खोले नाथन लायन के शिकार बने तो उमेश यादव एक रन बनाकर स्टार्क की गेंद पर कैरी के हाथों लपके गए। इसके बाद श्रीकर भरत (23) और मोहम्मद सिराज को नाथन लायन को आउट करते हुए ऑस्ट्रेलिया को विश्व विजेता बना दिया। भारत की दूसरी पारी 234 रनों पर सिमट गई।