
नए दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘किसी भी पासपोर्ट धारक को सिंगल नेम, नाम या सरनेम, के साथ यूएई में स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऐसे यात्रियों को INAD माना जाएगा। अस्वीकार्य यात्रियों के लिए यह शब्द इस्तेमाल किया जाता है।’ नई गाइडलाइंस 21 नवंबर से लागू होंगी। उदाहरण के लिए अगर पासपोर्ट पर किसी यात्री का नाम प्रवीण लिखा है और सरनेम का कॉलम खाली है तो ऐसे पासपोर्ट को वीजा जारी नहीं किया जाएगा।
किन्हें मिलेगी नए नियमों से छूट?
नए नियमों के अनुसार अगर वीजा पहले जारी किया जा चुका है तो इमीग्रेशन उसे INAD करार दे देगा। सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि नए नियम टूरिस्ट या विजिट वीजा पर यात्रा करने वालों पर लागू होंगे। लेकिन निवास या रोजगार वीजा को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। यूएई में विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद दुबई बन रहा है। इस साल के शुरुआती 9 महीनों में 1 करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक दुबई आ चुके हैं जिनमें 10 फीसदी भारतीय हैं।
वापसी कर चुका है दुबई का पर्यटन
दुबई के अर्थव्यवस्था और पर्यटन विभाग का आंकड़ा बताता है कि इस बार 10.12 मिलियन पर्यटकों की तुलना में पिछले साल इसी अवधि के दौरान 3.85 मिलियन लोग दुबई आए थे। 2022 के आंकड़े 162.8 फीसदी की बड़ी वृद्धि को दिखाते हैं। 2019 यानी कोरोना महामारी से पहले भी यह आंकड़ा 12.08 मिलियन था। यह संकेत है कि सभी कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद दुबई का पर्यटन क्षेत्र जबरदस्त वापसी कर चुका है।