नई दिल्ली : आने वाले वर्षों में भारत दुनिया का एविएशन पावरहाउस (Aviation Powerhouse) बन सकता है। कोरोना काल में एविएशन इंडस्ट्री (Aviation Industry) को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा था। जैसे-जैसे आर्थिक गतिविधियां बढ़ीं, एयर ट्रैवल (Air Travel) बढ़ने लगा। अब तो यह हाल है कि एयरपोर्ट्स पर लंबी लाइनें लगी रहती हैं। एयरलाइन्स क्षमता से अधिक लोगों को यात्रा करवा रही हैं। भारत एविएशन के लिए एक शानदार मार्केट बनता दिख रहा है। यही कारण है कि एयरलाइन्स तेजी से नए विमानों के लिए ऑर्डर्स दे रही हैं। टाटा ग्रुप (Tata Group) की एयर इंडिया ने तो बोइंग और एयरबस को एक भारी-भरकम डील दे डाली। एयर इंडिया (Air India) की यह डील आने वाले वर्षों में भारत को एविएशन पावरहाउस बना सकती है। एयरक्राफ्ट ऑर्डर का वर्ल्ड रेकॉर्डटाटा के पास जाने के बाद से एयर इंडिया पर लोगों का भरोसा काफी बढ़ा है। प्राइवेटाइजेशन के बाद से इस एयरलाइन की बुकिंग में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। एयर इंडिया की विस्तार योजनाओं के बाद इसमें और इजाफा होगा। एयर इंडिया ने पिछले महीने ही विमानों के दो मेगा ऑर्डर दिये हैं। एयरलाइन ने एयरबस और बोइंग को संयुक्त रूप से 470 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर एक वर्ल्ड रेकॉर्ड है। कहा जा रहा है कि एयर इंडिया के पास इन दिग्गज विमान निर्माताओं से 370 विमान और प्राप्त करने का विकल्प है। अगर एयर इंडिया इस विकल्प का प्रयोग करता है, तो डील का आकार बढ़कर 840 विमानों तक पहुंच सकता है। यह ऑर्डर कितना बड़ा है, यह समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि भारत में वर्तमान में उड़ने वाले कमर्शियल विमानों की कुल संख्या 717 हैं।2011 से अब तक इंडिगो ने दिए सबसे अधिक विमानों के ऑर्डरअगर हम साल 2011 से देखें, तो इंडिगो (Indigo) ने सबसे ज्यादा विमानों के ऑर्डर दिये हैं। इंडिगो ने साल 2011, 2015 और 2019 में विमानों के ऑर्डर दिए थे। एयरलाइन ने इन तीन सौदों में कुल 730 विमानों के ऑर्डर दिये थे। इनमें A320neo और A321neo शामिल हैं। इसके बाद आती है एयर इंडिया। टाटा की इस एयरलाइन ने बीते महीने हुई डील में 470 विमानों का ऑर्डर दिया। इस ऑर्डर में एयरबस और बोइंग के कई मॉडल शामिल हैं। स्पाइसजेट ने साल 2017 में 205 विमानों का ऑर्डर दिया था। इसके अलावा गो फर्स्ट ने 2016 में 144 विमानों और विस्तारा ने 2018 में 56 विमानों का ऑर्डर दिया था। राकेश झुनझुनवाला की एयरलाइन आकासा एयर ने पिछले साल 72 विमानों का ऑर्डर दिया था। इन सभी ऑर्डर्स के विमानों की डिलीवरी धीरे-धीरे हो रही है। एयर इंडिया द्वारा ऑर्डर किये गए विमान 10 वर्षों के दौरान मिलेंगे।भारतीय आसमान में है इंडिगो का राजभारत में इंडिगो के पास इस समय विमानों का सबसे बड़ा बेड़ा है। इस तरह भारतीय विमानन इंडस्ट्री में इंडिगो की सबसे ज्यादा बाजार हिस्सेदारी है। 31 जनवरी 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो के पास 300 से अधिक एयरक्राफ्ट हैं। दूसरे नंबर पर एयर इडिया है, जिसके पास 115 के करीब एयरक्राफ्ट हैं। स्पाइसजेट के पास 80 के करीब एयरक्राफ्ट हैं। गो-फर्स्ट के पास 55 के करीब एयरक्राफ्ट हैं। विस्तारा के पास 50 के करीब एयरक्राफ्ट हैं। वहीं, एयर एशिया इंडिया के पास 25 से अधिक एयरक्राफ्ट हैं।किसका कितना है मार्केट शेयरविमानों के सबसे बड़े बेड़े के चलते इंडिगो के पास भारतीय विमानन बाजार में सबसे ज्यादा बाजार हिस्सेदारी है। 31 जनवरी, 2023 के डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 54.6 फीसदी है। इसके बाद एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 9.2 फीसदी है। इसके बाद विस्तारा की बाजार हिस्सेदारी 8.8 फीसदी, एयर एशिया इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 7.4 फीसदी, स्पाइसजेट की 7.3 फीसदी और गो फर्स्ट की 8.4 फीसदी है। इसके अलावा आकासा एयर की बाजार हिस्सेदारी 2.8 फीसदी, एलायंस एयर की 1.1 फीसदी, फ्लाईबिग की 0.2 फीसदी, स्टार एयर की 0.1 फीसदी और इंडियावन एयर की 0.1 फीसदी है।