‘इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में क्रांतिकारी बदलाव देख रहा भारत’, PM Modi बोले- अब समय पर पूरा होता है काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में 5200 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में क्रांतिकारी बदलाव देख रहा है। यह तेज़ी से रफ्तार पकड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमने बजट में से इंफ्रास्ट्रक्चर के निवेश के लिए 10 लाख करोड़ अलग से रखे हैं जो 2014 के मुकाबले 5 गुणा अधिक है। मोदी ने कहा कि जहां तक रफ्तार की बात है तो तथ्य परिप्रेक्ष्य को समझने में मदद करेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग के हर साल बनने की रफ्तार 2014 से पहले की बनने की रफ़्तार से दोगुनी हुई है। उन्होंने दावा किया कि रेलवे में 2014 से पहले हर साल 600 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण होता था लेकिन यह अब 4000 रूट किलोमीटर पहुंच चुका है।  इसे भी पढ़ें: News Raftaar I PM Modi और Sharad Pawar ने आज क्या कहा, पढ़ें आज की टॉप 10 ब्रेकिंग खबरेंनरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नई आशाओं, नई आकांक्षाओं और नई शुरुआत का समय है। नई पीढ़ी के कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट आज से लोगों की सेवा करने लगेंगे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की लंबी तटरेखा व्यापार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। 2014 से पहले के युग की तुलना में आज हमारे बंदरगाहों की क्षमता वृद्धि लगभग दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि पहले इंन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का मतलब देरी हुआ करता था लेकिन अब इसका मतलब डिलीवरी है। देरी से डिलीवरी का यह सफर हमारी कार्य संस्कृति के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि हम अपने करदाता द्वारा भुगतान किए जाने हर रुपए के प्रति उत्तरदायी हैं। हम विशिष्ट समय-सीमा के साथ काम करते हैं और समय से पहले ही परिणाम प्राप्त कर लेते हैं।  इसे भी पढ़ें: ईडी और सीबीआई छापे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को और तेज करेगाचेन्नई में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम डिजिटल लेनदेन में दुनिया में ‘नंबर वन’ हैं; हमारे पास सबसे सस्ता मोबाइल डेटा है। उन्होंने यह भी कहा कि आज, भारत में शहरी उपयोगकर्ताओं की तुलना में ग्रामीण इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या अधिक है। इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पहले जिस देश में 2013-2014 में जहां सिर्फ 400 प्लेन हुआ करते थे आज वह संख्या 700 से अधिक हो चुकी है। प्रधानमंत्री ने एयर इंडिया के विनिवेश की कल्पना की थी जिसके बाद 470 विमानों का सबसे बड़ा ऑर्डर गया। उन्होंने कहा कि पहले जहां आज़ादी के बाद से सिर्फ 74 हवाई अड्डे बने थे हमने पिछले 9 सालों में ही 74 हवाई अड्डे, हेलीपैड और वॉटर डोम बनाए हैं। प्रधानमंत्री को पता है कि इस देश को आगे बढ़ाना है और इसलिए हम इस संख्या को अगले 4-5 सालों में 200 से अधिक ले जाएंगे।