नई दिल्ली: भारत की इकॉनमी तेज रफ्तार से भाग रही है। दुनियाभर के देशों से भारत के व्यापारिक संबंध अच्छे हो रहे हैं। कारोबारी रिश्तों में विस्तार हो रहा है, जिसके दम पर भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकॉनमी बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी भारत के इस कदम की सराहना की है। ने भारत को स्टार परफॉर्मर बताया है। आईएमएफ ने भारत की जमकर तारीफ की है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा कि में भारत का अहम रोल है। आईएमएफ में भारत के मिशन नाडा चौइरी ( Nada Choueiri) ने कहा कि बीते कुछ सालों से भारत बहुत मजबूती से वृद्धि कर रहा है। अगर दूसरे देशों से वास्तविक विकास से तुलना करें तो भारत एक स्टार परफॉर्मर की तरह उभर कर सामने आया है। भारत अपने समकक्ष देशों की तुलवा में सबसे तेजी से बढ़ते बड़े उभरते बाजारों में से एक है और यह हमारे मौजूदा अनुमानों में इस साल वैश्विक वृद्धि में 16 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहा है।भारत की तारीफ आईएमएफ ने भारत की तारीफ करते हुए उसे स्टार्ट परफॉर्मर बताया है। आईएमएफ ने कहा कि इस साल वैश्विक विकास में भारत का योगदान 16 फीसदी का है। आईएमएफ के पूर्वानुमान के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था में 6.3% की वृद्धि होगी। आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत बहुत तेजी से विकास कर रहा है, उसकी अर्थव्यवस्था मजबूती से बढ़ रही है। भारत का बाजार तेजी से उभर रहा है। भारत के समकक्ष देशों को देखें तो इसकी इकॉनमी तेजी से आगे बढ़ रही है, जो ग्लोबल इकॉनमी में 16 फीसदी का योगदान कर रहा है। भारतीय युवा उसकी सबसे बड़ी ताकत आईएमएफ ने भारत की युवा ताकत की तारीफ करते हुए कहा कि उसकी सबसे बड़ी ताकत है। आईएमएफ ने कहा कि अपनी युवा शक्ति के दम पर भारत इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है। भारत की जनसंख्या, भारत सरकार की संरचनात्मक सुधार, डिजिटलाइजेश उसकी प्रोडक्टिविटी और ग्रोथ में मजबूती दे रहे हैं। चीन को लगेगी मिर्ची भारत को लेकर चीन क्या सोचता है यह किसी से छिपा नहीं है। एक ओर चीन की इकॉनमी डूब रही है। चीन में रियल एस्टेट कंपनियां डूब रही है। चीन का बैंकिंग सेक्टर लड़खड़ा रहा है। चीन का निर्यात घट रहा है। विदेशी कंपनियां चीन से बाहर निकालकर भारत की ओर अपने कदम बढ़ा रही है। भारत चीन का विकल्प बनता जा रहा है। विदेशों से भारत के संबंध सुधर रहे हैं। तमाम एजेसियां भारत के विकास दर के अनुमान को बढ़ा रही है तो वहीं चीन का ग्रोथ अनुमान घट रहा है। ऐसे में भारत को लेकर आईएमएफ की तारीफ चीन को आसानी से पच नहीं पाएगा।