लोकसभा चुनाव : पहले चरण में कहां वोटर में दिखा जोश, कहां ठंडा रहा मिजाज, जानिए वोटिंग का पूरा हाल

नई दिल्ली : में शुक्रवार को पहले चरण की वोटिंग हुई लोकसभा चुनाव के पहले चरण में देश के 21 राज्यों में 102 सीटों पर वोट डाले गए हैं। वोटिंग शुरू होने के बाद पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा से लेकर मेघालय में वोटिंग देखने को मिली। वहीं, यूपी-बिहार और मध्यप्रदेश में भी वोटरों में जोश देखने को मिला। पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 4, यूपी की 8 और बिहार में 4 सीटों पर वोट डाले गए हैं। इसके अलावा तमिलनाडु (39) और उत्तराखंड (5 सीट) की सभी सीटों पर वोटिंग हुई है। अब सवाल है कि बंपर वोटिंग से किसे फायदा होगा।किस राज्य में कितने प्रतिशत वोट (शाम 6 बजे तक)राज्यवोटिंगत्रिपुरा76.10%पश्चिम बंगाल77.57%मेघालय69.91%मध्य प्रदेश63.25%तमिलनाडु62.08%यूपी57.54%बिहार46.32%उत्तराखंड53.56%जम्मू-कश्मीर65.08%राजस्थान50.27%छत्तीसगढ़63.41%असम70.77%पुडुचेरी72.84%अरुणाचल64.07%नगालैंड56.18%मिजोरम53.96%सिक्किम68.06%मणिपुर68.62%अंडमान निकोबार56.87%लक्षद्वीप59.02%महाराष्ट्र54.85%बिहार में कितनी वोटिंग (शाम 5 बजे तक)संसदीय क्षेत्रवोटिंगऔरंगाबाद49.95%गया48.54%नवादा40.02%जमुई47.09%यूपी में किस सीट पर कितनी वोटिंग (शाम 5 बजे तक)संसदीय क्षेत्रवोटिंग बिजनौर54.68%मुरादाबाद57.65%कैराना58.68%मुजफ्फरनगर 54.91%नगीना58.05%सहारनपुर63.29%रामपुर 52.42%पीलीभीत60.23%उत्तराखंड में किस सीट पर कितने वोट (शाम 5 बजे तक)संसदीय सीटवोटिंगनैनीताल59.36%हरिद्वार 59.01%अल्मोड़ा 44.43%टिहरी51.01 %गढ़वाल48.79 % बंपर वोटिंग से किसे फायदालोकसभा चुनाव के पहले चरण में बंपर वोटिंग से किसे फायदा होगा। राजनीति के जानकारों के अनुसार आमतौर पर अधिक वोटिंग या वोटिंग प्रतिशत बढ़ने को सत्ता पक्ष के खिलाफ जनाक्रोश के रूप में देखा जाता है। माना जाता है कि लोग मौजूदा सरकार को बदलने के लिए अधिक वोट करते है। अधिक वोटिंग प्रतिशत को सरकार बदलने का पर्याय माना जाता है। हालांकि, पिछले कुछ चुनावों में यह ट्रेंड बदला है। यदि लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के आंकड़ों को देखें तो अधिक वोटिंग प्रतिशत के बावजूद केंद्र में एनडीए की सत्ता में वापसी हुई है। 2014 के 66.4 फीसदी के मुकाबले 2019 में 67.3 फीसदी वोट पड़े थे। इसके बावजूद केंद्र में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी। हालांकि, यदि 2009 के वोटिंग प्रतिशत की तुलना करें तो 2014 में अधिक वोटिंग से सत्ता में बदलाव हुआ। 2014 में 2009 के 58.2 फीसदी के मुकाबले 66.4% वोट पड़े थे।