पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर से बेखौफ बदमाशों ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों में एक बस मालिक को राजधानी में चारों तरफ से घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया। अचानक हुई वारदात से कोहराम मच गया। बताया जा रहा कि पटना-मसौढ़ी रोड पर बड़ी पहाड़ी के पास अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल ने हत्याकांड को अंजाम दिया। मृतक बस मालिक की पहचान कृपाशंकर सिंह के तौर पर हुई है। वर्चस्व और रंगदारी को लेकर विवाद में वारदात की आशंका जताई जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।घात लगाकर बैठे अपराधियों ने की वारदातजानकारी के मुताबिक, अगमकुआं थाना इलाके में बुधवार देर रात घात लगाकर बैठे अपराधियों ने हत्याकांड को अंजाम दिया। बताया जा रहा कि कृपाशंकर सिंह बैरिया बस स्टैंड से बाइक पर घर लौट रहे थे इसी दौरान बदमाशों ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग कर दी। 42 वर्षीय कृपाशंकर सिंह अचानक हुई फायरिंग में गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तीन गोलियां लगी हैं। तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया, हालांकि तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।वर्चस्व और रंगदारी को लेकर मर्डरऐसा कहा जा रहा कि वर्चस्व और रंगदारी के साथ-साथ एजेंटी को लेकर विवाद में हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। वहीं इस वारदात की सूचना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यही नहीं मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा कि वारदात में बदमाशों ने बस मालिक के भाई पर भी अटैक किया। फिलहाल कृपाशंकर सिंह के छोटे भाई के बयान पर केस दर्ज किया गया है। इसमें 5 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच तेजपुलिस के मुताबिक, जिस शख्स की गोली मारकर हत्या की गई है उस पर पहले से कई केस दर्ज हैं। वो दो साल पहले ही एक मर्डर केस में रिहा हुआ था। परिजनों के मुताबिक, कृपाशंकर सिंह पहले मीठापुर बस डिपो में एजेंटी का काम करता था। बाद में करीब 6 बसें खरीद लीं। बस मालिकर होने के बाद भी उसने एजेंटी नहीं छोड़ी। माना जा रहा कि एजेंटी और वर्चस्व को लेकर विवाद में ही उसकी हत्या की गई।