मुंबई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई (आईआईटीबी) के छात्र दर्शन सोलंकी ने अपनी मां से कहा था कि संस्थान के परिसर में जाति आधारित भेदभाव होता है। सोलंकी ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी। यह बात पुलिस द्वारा इस मामले में दायर आरोपपत्र में कही गई है।
आरोपपत्र में कहा गया है कि सोलंकी ने अपनी मां से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह भी कहा कि जब उसकी जाति के बारे में पता चला तो साथी छात्रों का व्यवहार बदल गया।
सोलंकी की मां का बयान अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के तहत एक विशेष अदालत के समक्ष मंगलवार को शहर की पुलिस द्वारा दायर आरोपपत्र का हिस्सा है।इसे भी पढ़ें: Jammu and Kashmir के बारामूला में आतंकवादियों के दो सहयोगी गिरफ्तारआरोपपत्र में साथी छात्र अरमान खत्री का नाम है, जो कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद जमानत पर है।
अहमदाबाद के रहने वाले बी-टेक (केमिकल) पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के छात्र सोलंकी ने सेमेस्टर परीक्षा समाप्त होने के एक दिन बाद 12 फरवरी, 2023 को उपनगरीय पवई में आईआईटीबी परिसर में एक छात्रावास की इमारत की सातवीं मंजिल से कथित तौर पर कूदकर जान दे दी थी।
पुलिस ने दावा किया कि धर्म के बारे में अपमानजनक बात करने के बाद खत्री ने कथित तौर पर दर्शन सोलंकी को जान से मारने की धमकी दी थी।