वीडियो है तो दिखाने में दिक्कत क्या है?… दिग्विजय सिंह के बाद राशिद अल्वी ने मांगे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बाद कांग्रेस के एक और सीनियर नेता ने सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में यह बात कही है। अल्वी ने कहा कि हमें सेना पर पूरा भरोसा है लेकिन हम भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास नहीं कर सकते। दिग्विजय सिंह की बात का समर्थन करते हुए अल्वी ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक से संबंधित सबूत मांगे हैं तो इसमें गलत क्या है।दिग्विजय सिंह के बाद राशिद अल्वी ने मांगे सबूत कांग्रेस सीनियर लीडर राशिद अल्वी से एएनआई ने बातचीत के दौरान पूछा कि कांग्रेस को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की क्या जरूरत है जब भारतीय वायुसेना ने खुद इसकी पुष्टि की है। अल्वी ने इसके जवाब में कहा कि हमें सर्जिकल स्ट्राइक और अपनी सेना पर विश्वास है। हमारी फौज हमारा गुरूर है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर यकीन नहीं किया जा सकता। अल्वी ने आगे कहा कि जब सरकार कह रही है कि हमारे पास वीडियो है और दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि वीडियो दिखा दो तो क्या दिक्कत है।वीडियो दिखाने में दिक्कत क्या है- अल्वी कांग्रेस नेता अल्वी ने कहा कि आपने क्यों कहा कि हमारे पास वीडियो है। अगर आपके पास वीडियो नहीं है तो आप देश से माफी मांगिए। यह सवाल तब उठा जब आपने कहा कि हमारे पास वीडियो है। राशिद अल्वी ने कहा कि अमित शाह को माफी मंगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने कहा था कि 250-300 लोग मारे गए। अल्वी ने कहा कि हमारा सवाल यूपी के सीएम योदी आदित्यनाथ से है जिन्होंने कहा था कि इस हमले में 400 लोग मारे गए हैं। हम किसपर यकीन करें। उन्होंने फिर एक बार दोहराया कि हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है। दिग्विजय सिंह ने मांगे थे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत राशिद अल्वी से पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और दिग्विजय सिंह ने भी सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगे थे। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक सभा में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत कहां हैं? उन्होंने पुलवामा को लेकर भी कई सवाल पूछे थे। इस बयान के बाद बीजेपी ने दिग्विजय सिंह को आड़ें हाथों लिया था। इस बयान पर राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें सेना पर पूरा भरोसा है। उन्हें सबूत की कोई जरूरत नहीं है।