एक तरफ देश में ब्राह्मणों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश हो रही है. कभी श्रीराम चरित मानस तो कभी मनु स्मृति के जरिए हमले हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के चर्चित आईएएस नियाजी खान की किताब ने देश में नया विमर्श शुरू कर दिया है. आईएएस नियाजी खान ने ब्राह्मणों के समर्थन में एक किताब लिखी है. उन्होंने कहा कि वह एक मुस्लिम होने के बावजूद ब्राह्मणों से प्रभावित हैं. ऐसा इसलिए है कि ब्राह्मण के अंदर गजब का आईक्यू है.
आईएएस नियाजी खान ने दावा किया कि यदि ब्राह्मणों को उचित स्थान पर बैठाया जाए, उनकी बात सुनी जाए तो देश एक बार फिर अपना गौरवशाली इतिहास दोहरा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि देश एक बार फिर विश्वगुरु बने, लेकिन इसके लिए ब्राह्मणों को तरजीह देनी होगी. नियाज खान ने अपनी किताब में लिखा है कि आज के दौर में ब्राह्मणों को जानबूझ कर सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है. उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से पीछे धकेलने की कोशिश हो रही है.
बहुत जल्द पब्लिश होने वाली है किताब
मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस नियाज खान की किताब बहुत जल्द पब्लिश होने वाली है. लेकिन इससे पहले उनके ट्वीट की वजह से यह किताब चर्चा में आ गई है. ब्राम्हणों के ज्ञान को केंद्र में रखकर लिखी इस किताब का नाम उन्होंने ‘द ब्राह्मण ग्रेट’ दिया है. उन्होंने इस किताब का कवर पेज ट्वीट कर लोगों को इसकी जानकारी दी है. चूंकि मध्य प्रदेश के लिए यह चुनावी साल है. ऐसे में संभावना है कि इस किताब को लेकर हंगामा शुरू हो सकता है.
नियाजी खान का ट्वीट
आईएएस नियाजी खान ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘यह मेरी किताब का कवर पेज है. इसमें नायक शुभेंद्र उर्फ जूनियर कौटिल्य है. जो एक ब्राह्मण है और यूएसए में सीईओ की प्रतिष्ठित नौकरी से इस्तीफा दे देता है. वह अपने परिवार से संबंध तोड़ कर ब्राह्मणों की सेवा में लग जाता है’.
I am releasing the cover page of my book.Hero of my book, Shubhendra alias Junior Kautilya, a Brahmin, resigns his prestigious job of CEO in the USA and ends all his relations with his family for Brahmins. As a sage he is determined to get back the lost glory of every #Brahmin pic.twitter.com/XAaLGBAHpk
— Niyaz Khan (@saifasa) February 16, 2023
उचित सम्मान देकर विश्वगुरु बनेगा भारत
आईएएस नियाजी खान ने कहा कि किताब लिखने से पहले उन्होंने ब्राह्मणों के बारे में खूब अध्ययन किया. इसमें उनकी बुद्धि का स्तर पता चला तो वह आश्चर्यचकित रह गए. उन्होंने कहा कि देश को ब्राह्मणों की बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए. यदि सरकारें ऐसा करती हैं तो देश एक बार फिर अपने वैभवशाली इतिहास को दोहरा सकेगा. नियाजी खान ने बताया कि उन्होंने अपनी किताब के विमोचन के लिए हिंदू धर्म के शंकराचार्य और आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत से आग्रह किया है.