पायलट ही CM होते तो … हनुमान बेनीवाल को आखिर फिर क्यों आ गई सचिन की याद

टोंक : राजस्थान विधानसभा चुनाव के बीच आरएलपी प्रमुख ने एक बार फिर के साथ नहीं देने का राग गाया है। बेनीवाल शनिवार को राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर आरएलपी प्रत्याशी डॉ विक्रम गुर्जर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। बेनीवाल अब तक इस बात को नहीं भूल पाए कि सचिन पायलट ने उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने इसको लेकर फिर से बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर सचिन पायलट मुख्यमंत्री होते तो मेरी पार्टी के तीनों विधायक भी उनका साथ देते। पायलट ने उनके साथ नहीं दियाआरएलपी प्रत्याशी विक्रम गुर्जर के समर्थन में आयोजित जनसभा में बेनीवाल एक बार फिर सचिन पायलट के मुद्दे को लेकर उन्हें निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि यदि वह मुख्यमंत्री होते तो उनके आरएलपी के तीन विधायक भी उनका साथ देते। बता दें कि काफी समय से बेनीवाल पायलट को लगातार घेरते रहे हैं। उन्होंने पायलट को गहलोत के साथ हुए मतभेदों के दौरान कांग्रेस छोड़कर आरएलपी का साथ देते हुए गठबंधन का ऑफर दिया था, जिसे पायलट ने तवज्जो नहीं दिया। इसके बाद से बेनीवाल पायलट से काफी खफा है। बेनीवाल को जब भी मौका मिलता हैं। बेनीवाल पायलट पर अपनी भड़ास निकलने का कोई मौका नहीं चूकते। कांग्रेस और बीजेपी को भगाने के लिए आपको डंडा और झंडा दे दिया हैइस दौरान हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना बनाया। साथ में उन्होंने भाजपा पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि मैंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को भगाने के लिए आपको झंडा और डंडा दोनों दे दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं है। बहन बेटियां असुरक्षित हैं। हर जगह भय का माहौल है। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान में ना कांग्रेस की आंधी है, ना बीजेपी की। राजस्थान में तो युवाओं का जोश चल रहा है। जो 50 साल में नहीं हुआ, वह 5 साल में होगाजनसभा को सम्बोधित करते हुए आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण ने लोगों से आह्वान किया कि आपने बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का शासन काल देखा है। लेकिन इस बार आरएलपी और आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवारों को जीताकर भेजों। मैं दावा करता हूं, जो 50 सालों में नहीं हुआ। वह विकास 5 साल में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आपने अब तक दोनों पार्टियों को जिताया। लेकिन कभी आपकी जीत हुई क्या… तो, इस बार हमें जीताकर भेजों, आपकी अवश्य जीत होगी। इससे पहले आरएलपी प्रत्याशी डॉक्टर विक्रम सिंह गुर्जर ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर हनुमान बेनीवाल और चंद्रशेखर रावण का फूल मालाओं से स्वागत किया। आरएलपी प्रत्याशी गुर्जर कांग्रेस और बीजेपी के लिए मजबूत चुनौतीबता दें कि आरएलपी प्रत्याशी डॉ विक्रम गुर्जर देवली उनियारा से बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए सिर दर्द साबित हो रहे हैं। विक्रम गुर्जर ने दोनों ही पार्टियों की राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर रखा है। विक्रम गुर्जर करीब 15 सालों से क्षेत्र में सक्रिय है। इसके अलावा उनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस से जुड़ी हुई है। गुर्जर कांग्रेस से बागी होकर RLP से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में विक्रम गुर्जर कांग्रेस के वोटो को भी प्रभावित कर रहे हैं। उधर, विक्रम गुर्जर बीजेपी के प्रत्याशी विजय बैसला के लिए भी चुनौती बने हुए हैं।