इयान बिशप ने बताया क्‍यों जसप्रीत बुमराह को तीनों फॉर्मेट में अब नहीं खेलना चाहिए?

नई दिल्‍ली (dailyhindinews.com)। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण 8 महीने से मैदान पर नहीं उतरे हैं। तीन फॉर्मेट में अपनी धारदार गेंदबाजी का लोहा मनवा चुके बुमराह के लिए फिटनेस एक बड़ी समस्या बन चुकी है। इसी कारण वह वह भारत के लिए पिछले साल ना तो एशिया कप में खेल पाए थे और नहीं वह टी20 विश्व कप में टीम इंडिया के हिस्सा थे।

हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में उनकी वापसी की बात हुई थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। ऐसे में अब उम्मीद की जा रही थी है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग के आगामी सीजन से एक्शन में दिखे। अब वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज इयान बिशप ने बुमराह की फिटनेस और उनके इंटरनेशनल करियर के भविष्य पर एक बड़ी सलाह दी है।

बिशप ने साफ तौर पर कहा है कि बुमराह को अपने करियर को अगर बड़ा करना है तो उन्हें तीनों फॉर्मेट में खेलने से बचना होगा।बुमराह की गेंदबाजी और उनके फिटनेस को लेकर पूछे गए सवाल पर बिशप ने कहा, ‘मौजूदा समय में कोई भी तेज गेंदबाज लगातार तीनों फॉर्मेट में नहीं खेल सकता है। अगर आपको अपनी गेंदबाजी में पैनापन चाहिए तो आपको कुछ कड़े फैसले लेने पड़ेंगे।’

उन्होंने कहा, ‘बुमराह एक बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया है। ऐसे में उन्हें अपनी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव करने पड़ेंगे। यह ना सिर्फ बुमराह के लिए हैं बल्कि इंग्लैंड के लिए खेलने वाले जोफ्रा आर्चर पर भी यह लागू होता है जिस तरह से वे पिछले कुछ समय से चोटिल रहे हैं। इस मामले मिचेल स्टार्क से सीख लेनी चाहिए क्योंकि वह समय-समय पर खुद को आराम देते हैं। यही कारण है कि उनकी गेंदबाजी धार और रफ्तार दोनों बरकरार है।’

इयान बिशप ने कहा, ‘एक तेज गेंदबाज के लिए जरूरी है कि वह अपनी रफ्तार में कमी ना करें लेकिन लगातार तीनों फॉर्मेट में खेलने के कारण चोटिल होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में उन्हें अपनी स्पीड को कम करनी पड़ जाती है। ऐसा अभी है जब तीन फॉर्मेट में क्रिकेट को खेला जा रहा है। मेरे समय में सिर्फ वनडे और टेस्ट था, उस समय मुझे खुद काफी दिक्कत होती थी लगातार खेलने में। मुझे खुद लगातार टेस्ट और वनडे में खेलने के कारण बैक इंजरी रही है।’

इयान बिशप अपने जमाने के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 43 टेस्ट और 84 वनडे मैचों में मैदान पर उतरे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 161 विकेट अपने नाम किए जबकि वनडे में उनके नाम 118 विकेट दर्ज है।