सेब को सेब कहूंगी, संतरा नहीं… महुआ ने अब ऐसा क्या कह दिया, जिस पर मचा है बवाल

नई दिल्ली: संसद में आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल को लेकर विवादों में घिरीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद ने सफाई पेश की है। महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने संसद में गाली का इस्तेमाल नहीं किया। जो शब्द मैंने कहा उसका मतलब पापी होता है। महुआ ने कहा कि मैं हिंदी भाषी नहीं हूं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि यदि कोई हिंदी में इस शब्द का कोई और मतलब समझता है तो मेरी दिक्कत नहीं है। संसद में एक शब्द के इस्तेमाल पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि इसमें गाली क्या है। हराम…शब्द का अर्थ कुछ पापपूर्ण या जो वर्जित है। अरबी शब्दों की मेरी समझ में मैंने जो कहा उसका शाब्दिक अनुवाद पापी है। यदि कोई इसे कुछ और मानता है तो मेरी समस्या नहीं है। संसद में इस शब्द पर उठे विवाद पर इससे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि वह अपने बयान पर कायम हैं। महुआ ने अतीत में सदन में की गई बीजेपी नेताओं की कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा था कि उन्होंने केवल हकीकत बयां की है। लोकसभा में आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल के बारे में सवाल पूछे जाने पर महुआ मोइत्रा ने किसी का नाम लिये बिना दावा किया था कि किसानों को दलाल कहा गया। शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने राज्यसभा में डॉ शांतनु सेन के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही थीं। यह पहली बार नहीं हो रहा है कि रिकार्ड में आक्रामक या सख्त लहजे वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया हो।टीएमसी सांसद ने कहा कि जब बीजेपी यह कहती है कि ये महिला होकर ऐसे शब्दों का उपयोग कैसे कर सकती है, तब मुझे हंसी आती है। क्या मुझे जवाब देने के लिये पुरुष होने की जरूरत होगी। इसलिए मैं समझती हूं कि इनकी पितृसत्तात्मक सोच सामने आ गई है। मैंने जो सच है वही कहा है और मैं इस पर कायम हूं। महुआ ने कहा कि उन्हें केवल इस बात का खेद है कि 2021-22 की शुरुआत में विपक्ष ने अडानी के घोटाले को आक्रामक तरीके से नहीं रखा।लोकसभा में मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के समय महुआ मोइत्रा के भाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस और भाजपा सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। मोइत्रा को इस दौरान कुछ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते सुना गया जिस पर स्पीकर ने आपत्ति व्यक्त की और ऐसे शब्दों से बचने को कहा।