क्या जहर देकर की गई थी नेपोलियन की हत्या?
साल 2001 में फ्रांस की एक टीम जो नेपोलियन पर रिसर्च की थी। रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं ने नेपोलियन के बाल का एक सैंपल लिया और लैब में रिसर्च किया। रिसर्च में शोधकर्ताओं को चौंकाने वाला तथ्य देखने को मिला, दरअसल नेपोलियन के बाल में आर्सेनिक नामक जहर पाया गया था। इसके बाद नेपोलियन की मौत को लेकर नई थ्योरी सामने आई। रिसर्च टीम ने दावा किया संभवत सेंट हैलेना के तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर ने फ्रांस के काउंट के साथ मिलकर नेपोलियन की हत्या की साजिश रची होगी। उनकी मौत को साजिश के तहत की गई एक हत्या भी माना जाता है।
चिट्ठी में दावा कैंसर से हुई नेपोलियन की मौत
फ्रांस के सबसे ताकतवर सम्राट की मौत कैंसर से हुई थी। इस बात की तस्दीक 1821 की लिखी उस चिट्ठी से होती है जिसे अटलांटिक सागर में स्थित ब्रिटिश ओवरसीज आईलैंड सेंट हेलेना से चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) भेजा गया था। चेन्नई में तमिलनाडु सरकार के अभिलेखागार और ऐतिहासिक अनुसंधान विभाग के दस्तावेज में मौजूद इस चिट्ठी को उस जगह से भेजा गया था जहां निर्वासन के बाद बोनापार्ट की मौत हुई थी। अधिकांश इतिहासकार भी मानते हैं कि नेपोलियन की मौत कैंसर से ही हुई थी। दस्तावेज के अनुसार, नेपोलियन की मृत्यु के बाद जब नेपोलियन के शरीर का पोस्टमॉर्टम किया गया तो पाया गया कि उनके पेट में स्थित जठर ग्रंथि के पास कैंसर था। जिसका जहर उनके पेट में घुल रहा था।हालांकि कुछ मानते हैं कि ‘वॉटरलू की लड़ाई’ में हार जाने के बाद नेपोलियन को 1821 में ‘सेन्ट हैलेना द्वीप’ निर्वासित कर दिया गया था, जहां 52 साल की उम्र में उसकी मृत्यु हो गई।
अमेरिकी वैज्ञानिक की थ्योरी एकदम अलग
नेपोलियन की मौत को लेकर अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एकदम अलग थ्योरी पेश की थी। वैज्ञानिकों ने दावा किया कि नेपोलियन की मौत उनकी बीमारी के उपचार की विधियों के कारण हुई है। वैज्ञानिकों से इससे पहले नेपोलियन की मौत को लेकर किए गए सभी दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा नेपोलियन की बीमारी का जो उपचार किया गया उसी ने उन्हें मौत के घाट उतारा। वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्हें उपचार के दौरान रोजाना पोटेशियम टार्ट्रेट नामक जहरीला नमक दिया जाता था जिससे वो उल्टी कर सकें और ऐनिमा लगाया जाता था। इससे उनमें पोटेशियम की कमी हो गई जो कि दिल के लिए नुकसानदायक होती है। वहीं नेपोलियन को उनकी आंतों की सफाई के लिए 600 मिलिग्राम मरक्यूरिक क्लोराइड दिया गया और दो दिन बाद उनकी मौत हो गई।
नेपोलियन कौन था?
नेपोलियन बोनापार्ट का जन्म 15 अगस्त 1769 में फ्रांस के अजाचियो शहर में हुआ था। यह शहर कोर्सिका द्वीप पर है। नेपोलियन के 4 भाई और 3 बहनें थीं। नेपोलियन का जन्म एक अमीर परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें सेना में जाने की प्रेरणा परिवार की ओर से दी गई। उनके परिवार ने उन्हें सैन्य अफसर बनाने के लिए फ्रांस की सैन्य अकादमी में भेजा था। सैनिक स्कूल में शिक्षा के बाद नेपोलियन ने 1784 में तोपखाने से जुड़े से मुद्दों की पढ़ाई करने के लिए पेरिस के एक कॉलेज में दाखिला लिया। उनकी प्रतिभा को देखते हुए फ्रांस के राजकीय तोपखाने में नेपोलियन को सब-लेफ्टिनेंट की जॉब मिल गई थी। इस नौकरी की कमाई से नेपोलियन भाई-बहनों को हर सुख-सुविधा देता था। नेपोलियन ने 9 मार्च 1796 को जोसेफाइन से विवाह किया। नेपोलियन ने अपनी पहली पत्नी ‘जोसेफिन’ के निस्संतान रहने पर ऑस्ट्रिया के सम्राट की पुत्री ‘मैरी लुईस’ से दूसरा विवाह किया, जिससे उसे संतान प्राप्त हुई थी। नेपोलियन ने अपने युद्ध कौशल से फ्रांस को विदेशी दुश्मनों से मुक्ति दिलाई। फ्रांसीसी जनता ने 15 दिसंबर 1799 को उसे अपना सम्राट स्वीकार किया।