नई दिल्ली: की गिनती संसद के सबसे तेज और हाजिरजवाब सांसदों के तौर पर होती थी। वह जब सदन में बोलने के लिए खड़े होते तो सांसद ध्यान से उनकी बातें सुनते। उनको यदि किसी सांसद ने टोक दिया तो उनकी हाजिरजवाबी ऐसी रहती कि सामने वाले का मुंह बंद हो जाए। पीलू मोदी दूसरे दल के नेता थे और राजनीतिक तौर पर उनका विरोधी होते हुए भी इंदिरा गांधी उनकी तारीफ करती थीं। कहा जाता है कि इंदिरा गांधी अक्सर संसद में पीलू मोदी के भाषण को नहीं छोड़ती थीं। इतना ही नहीं वह पीलू मोदी के भाषण की तारीफ करना भी नहीं भूलती थीं। पीलू मोदी के भाषणों में व्यंग्य होता था और वह खुद का भी मजाक बनाने से नहीं चूकते थे।मैं एक सीआईए एजेंट हूं… जब संसद में दिया जवाबपीलू मोदी स्वतंत्र पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। अपने संसदीय भाषणों में हाजिरजवाबी और हास्य के निरंतर प्रयोग के लिए वह जाने जाते थे। गुजरात में गोधरा से वह लोकसभा सदस्य रहे। एक कट्टर उदारवादी पीलू मोदी अपने मुक्त बाजार विचारों के लिए जाने जाते थे। 2002 में आई जाने-माने लेखक खुशवंत सिंह की ऑटोबायोग्राफी ट्रुथ, लव एंड ए लिटिल मैलिस में उन्होंने लोकसभा में एक बहस जिसमें पीलू मोदी का जिक्र है। पीलू मोदी को अक्सर अमेरिकी विचारों का समर्थक कहा जाता था और अक्सर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के सदस्यों द्वारा उन्हें ‘वाशिंगटन तोता’ कहा जाता था। एक बार बार पीलू मोदी सदन के भीतर ‘मैं एक सीआईए एजेंट हूं’ लिखा तख्ती गले में लटकाए सदन में पहुंच गए। यह रिकॉर्ड में नहीं जाएगा और फिर…तत्कालीन अध्यक्ष ने उसे हटाने का आदेश दिया। उन्होंने उसे हटा दिया और कहा कि अब मैं CIA एजेंट नहीं हूं। जिस एक सदस्य ने पीलू मोदी को परेशान करने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली, वे थे कांग्रेस के जे.सी. जैन। जे सी जैन भी बोले जाने के लिए जाने जाते थे। एक बार जब वह पीलू मोदी को सदन के भीतर उकसा रहे थे अचानक पीलू मोदी अपना आपा खो बैठे और चिल्लाते हुए कहा कि भौंकना बंद करो। ऐसा कहने के बाद कांग्रेस सदस्य खड़े हो गए और कहा कि इन्होंने ऐसा कैसे कहा यह असंसदीय भाषा है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पीलू मोदी ने जो कुछ कहा है वह रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। इसके तुरंत बाद पीलू मोदी बोल पड़े ऑल राइट स्टॉप ब्रेइंग। ब्रेइंग को लेकर साथी सदस्य ने कोई आपत्ति नहीं जताई और वह रिकॉर्ड में रहा। स्टॉप ब्रेइंग का मतलब रेंकना बंद करो। आई एम ए परमानेंट PM यू आर ओनली टेंपरेरी19 अप्रैल 1975 को देश का पहला सैटेलाइट आर्यभट्ट को अंतरिक्ष में भेजा गया। देश के पहले सैटेलाइट आर्यभट्ट को यह नाम इंदिरा गांधी ने महान गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा था। खुशवंत सिंह लिखते है कि जब भारत ने अपना पहला उपग्रह कक्षा में स्थापित किया तो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी और भाषण दिया। इस भाषण के बाद की ओर मुड़े और बोले मैडम प्राइम मिनिस्टर, हम जानते हैं कि हमारे वैज्ञानिकों ने तकनीक में काफी प्रगति की है लेकिन आप हमें बताएं कि हमारे टेलीफोन काम क्यों नहीं करते हैं तो मैं आभारी रहूंगा। इतना ही नहीं एक बार पीलू मोदी और इंदिरा गांधी के बीच नोकझोंक चल रही थी और इसी बीच पीलू मोदी ने कहा कि आई एम ए परमानेंट PM यू आर ओनली टेंपररी। यह सुनकर इंदिरा गांधी हंसने लगी और उसके बाद पीलू मोदी ने कहा कि पीएम का मतलब पीलू मोदी।आपातकाल में जब पहुंचे रोहतक जेल1975 में आपातकाल के वक्त दूसरे विपक्षी दलों के नेताओं की तरह पीलू मोदी को भी गिरफ्तार कर रोहतक जेल भेज दिया गया। यहां पीलू मोदी शौचालय को लेकर काफी परेशान थे। उन्होंने इसकी शिकायत भी की। शिकायत का असर यह हुआ कि उसी दिन सीमेंट का एक प्लेटफार्म बनवाया गया। रोहतक जेल के भीतर पीलू मोदी के तीन कुत्तों को मिलवाने के लिए ले जाया जाता था। कुत्ते दिखने में काफी खतरनाक थे और वहां मौजूद संतरी वहां से भाग जाते थे। पीलू मोदी अंदर थे लेकिन उनको बाहर की पूरी कहानी पता रहती थी।