अधूरे फ्लाईओवर पर कैसे चढ़ी कार? दिल्लीवालों को कई सवालों के नहीं मिल रहे जवाब

नई दिल्ली : ईस्ट दिल्ली के मयूर विहार इलाके में निर्माणाधीन बारापूला फ्लाईओवर एक्सटेंशन से कार समेत करीब 30 फुट की ऊंचाई से नीचे गिरकर एक शख्स की मौत हो गई। मृतक की पहचान कृष्णा नगर निवासी जगनदीप सिंह (42) के रूप में हुई है। ये हादसा 26 मई की रात को हुआ। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल रैश ड्राइविंग और लापरवाही से मौत के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने से हादसे का कारण साफ नहीं पा रहा है। पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।26 मई की रात हुआ हादसापुलिस के मुताबिक, मयूर विहार फेज-1 मेट्रो स्टेशन रेडलाइट से यमुना खादर वाली नोएडा लिंक रोड पर बने बारापूला एक्सटेंशन के निर्माणाधीन फ्लाईओवर से एक शख्स के कार समेत गिरने की कॉल 26 मई की रात करीब 8:20 बजे मिली। मयूर विहार थाने से एएसआई योगेंदर शर्मा और उनकी टीम मौके पर पहुंची, जिन्होंने उल्टी गिरी कार से जगनदीप को निकालने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। आखिरकार फायर ब्रिगेड को कॉल कर बुलाया गया, जिसने मृतक को कार के अंदर से बमुश्किल बाहर निकाला।नोएडा की कंपनी में जॉब करते थे जगनदीपमृतक के फोन पर उनकी पत्नी सुखविंदर कौर का कॉल आया, जिससे उनकी पहचान जगनदीप के तौर पर हुई। पुलिस ने शव को एलबी शास्त्री अस्पताल में पहुंचाया। परिजनों ने बताया कि जगनदीप नोएडा सेक्टर-16 स्थित एक प्राइवेट कंपनी में 15 साल से जॉब करते थे। वो रोजाना सुबह 10 बजे ऑफिस के लिए निकलते थे। पुलिस अफसरों ने बताया कि निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर गाड़ियों की आवाजाही रोकने के लिए सीमेंट के बैरिकेड लगाए गए थे, जिनमें से एक को किसी ने हटा दिया था।कार गिरना अभी तक पहेलीजहां से कार गिरी है, वहां तक फ्लाईओवर में कई गड्डे हैं। इसके बावजूद कार चला रहे जगनदीप अलर्ट क्यों नहीं हुए, ये अभी तक पहेली बनी हुई है। इसलिए पुलिस पोस्टमॉर्टम की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हादसे के बाद PWD ने लगाए 2 बैरिकेड्सशख्स की मौत के बाद सुरक्षा के लिहाज से पीडब्ल्यूडी ने 650 मीटर लंबे इस स्ट्रेच पर अब दो जगहों पर बैरिकेड लगा दिए हैं। ऐसा इसलिए कि एक जगह कोई बैरिकेड हटा भी दे, तो दूसरी बैरिकेड से आगे न बढ़ पाए। दूसरी जगह लगे बैरिकेड को जॉइंट कर कस दिया गया है, ताकि कोई उसे वहां से हटा न सके। पीडब्ल्यूडी अफसरों के अनुसार, बरापूला फेज-3 के जिस स्ट्रेच पर हादसा हुआ, वह करीब 650 मीटर लंबा है। पूरे स्ट्रेच में करीब 15 जॉइंट एक्सपेंशन हैं। प्रत्येक जाइंट एक्सपेंशन की चौड़ाई करीब 1.2 मीटर हैं। सरिया अभी सीमेंट से ढका नहीं गया है। जॉइंट एक्सपेंशन में इतने गैप हैं कि इस पर गाड़ी चलाना तो दूर, पैदल चलना भी खतरनाक है। इतने खतरनाक स्ट्रेच पर गाड़ी लेकर जाना खतरे से खाली नहीं है।