नई दिल्ली: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल बन रहा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी दल जुट रहे हैं। इसे लेकर एक बड़ा सर्वे आया है। यह सर्वे हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ नवभारत ने ईटीजी के साथ मिलकर किया है। इसमें यह देखा गया है कि अगर आज आम चुनाव हों तो पलड़ा किस ओर कितना भारी बैठेगा। सर्वे के आंकड़े आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ी मायूसी दे सकते हैं। वह सीन में नहीं दिख रही है। सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव हों तो उसे अधिकतम 7 सीटें मिलेंगी। यह दिल्ली और पंजाब की सत्ता में काबिज आप और उसके प्रमुख के लिए बड़ा झटका है। खास बात यह है कि सर्वे विपक्षी दलों के एकजुट होने की कवायद के बीच भी जारी रहा। विपक्षी एकजुटता की इस मुहिम में केजरीवाल केंद्र में रहे। ठीक इसी वक्त राजधानी में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ वह विपक्षी दलों से समर्थन जुटाने के लिए मिले। यह और बात है कि लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें कुछ खास तवज्जो देती नहीं दिख रही है। सर्वे से तो यही मालूम देता है। अभी तक विपक्षी एकता में सबसे बड़ा पलीता लगाने वाले केजरीवाल ही साबित हुए हैं। उन्होंने साफ कह दिया है कि दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस ने उन्हें समर्थन नहीं दिया तो AAP विपक्ष की एकजुटता की कवायद में शामिल नहीं होगी। कांग्रेस और AAP के तेवर इस मुद्दे पर तीखे दिख रहे हैं। दोनों एक-दूसरे पर हमलावर हैं। AAP 4-7 सीटों पर दिख रही है सिमटती सर्वे के मुताबिक, आज आम चुनाव हों तो बीजेपी और सहयोगी दलों को 285-325 सीटें मिलेंगी। यानी तीसरी बार वह आसानी से अपने बूते सरकार बनाने में समर्थ है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को सर्वे में 111-149 सीटें मिली हैं। आप के लिए सर्वे में भारी मायूसी है। उसे सिर्फ 4-7 सीटें मिलती दिख रही हैं। किसे कितनी सीटें? BJP+ 285-325INC+111-149TMC20-22YSRCP 24-25BJD 12-14BRS 9-11AAP4-7SP 4-8अन्य 18-38यह सर्वे काफी बड़े पैमाने पर किया गया। इसमें सैंपल साइज 1 लाख 35 हजार है। इसका मतलब यह है कि सर्वे को तैयार करने में इतने लोगों का रिऐक्शन लिया गया। बताया गया है कि सर्वे में 60 फीसदी लोगों की प्रतिक्रिया टेलीफोन और 40 फीसदी की डोर-टू-डोर जाकर ली गई।