नई दिल्ली: पाकिस्तान की पहचान हमेशा एक ऐसे क्रिकेट टीम (Pakistan Team) के रूप में होती है, जो निरंतर नहीं रहती। कभी जीता हुआ मुकाबला हार जाती तो कभी हार के मुंह से जीत हासिल कर लेती। 1992 वर्ल्ड कप में टीम टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर थी और चैंपियन बन गई। 2007 में भारत के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जीत से करीब आकर हार गई। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में किस्मत ने पाकिस्तान का साथ दिया और टीम चैंपियन बन गई। जब हर किसी को लग रहा होता है कि पाकिस्तान नहीं जीत सकता, टीम वहां से जीत हासिल कर लेती है। लेकिन अब स्थिति बदल रही है। वनडे में पाकिस्तान दुनिया की नंबर एक टीम बन चुकी है। बैटिंग में पहली बार दिख रही स्थिरतापाकिस्तान हमेशा से तेज गेंदबाजी का पावर हाउस रहा है। वसीम अकरम से लेकर शोएब अख्तर तक, पाकिस्तान से एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज आए हैं। लेकिन बल्लेबाजी में ऐसे गिने चुने नाम हैं। लेकिन अब कहानी बदल रही है। पाकिस्तान की बल्लेबाजी में स्थिरता आ चुकी है। बाबर आजम की अगुवाई में मोहम्मद रिजवान, फखर जमान और इमाम उल हक जैसे बल्लेबाज टीम में हैं। पाकिस्तान के लिए वनडे में किसी बल्लेबाज ने आज तक 20 से ज्यादा शतक नहीं बनाए। बाबर के 102 पारियों में ही 19 और इमाम के 63 पारियों में 9 और फखर के 74 पारियों में ही 10 शतक हैं। बाबर के आसपास खेलती है टीमपाकिस्तान की पूरी बैटिंग बाबर आजम से ईर्द गिर्द खेलती हैं। नेपाल के खिलाफ मुकाबले में फिर ऐसा देखने को मिला। टीम की शुरुआत खराब रही। दो विकेट जल्दी गिर गए। इसके बाद बाबर आजम ने रिजवान के साथ मिलकर पारी संभाली। टीम को मुश्किल से निकाला। फिर इफ्तिखार आए और मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया। आखिरी 10 ओवर में पाकिस्तान ने 129 रन बनाकर पहाड़ जैसा स्कोर बना दिया। गेंदबाजी में भी विविधता आईपाकिस्तान की गेंदबाजी में भी विविधता आ गई है। शाहीन अफरीदी और नसीम शाह नई गेंद से अटैक करते हैं। स्पीड के साथ दोनों के पास स्विंग है। बीच के ओवर में हारिस राउफ मोर्चा संभालते हैं। वह लगातार 145 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से बॉलिंग कर सकते हैं। फिर शादाब खान भी हैं। लेग स्पिनर शादाब खान गेंदबाजी अटैक को पूरा करते हैं। बैकअप में भी उनके पास मोहम्मद वसीम जूनियर और मोहम्मद हसनैन जैसे तेज गेंदबाज हैं।2019 वर्ल्ड कप के बाद सबसे सफल टीम2019 वर्ल्ड कप के बाद से पाकिस्तान का वनडे में जीत प्रतिशत सबसे अच्छा है। टीम ने 32 वनडे खेले हैं और उसमें 23 जीत हासिल की है। उसे सिर्फ 8 ही हार मिली है और एक मैच टाई रहा। टीम का जीत प्रतिशत करीब 72 है। भारत ने इस दौरान अपने 60 प्रतिशत मुकाबले ही जीते हैं।