दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका इलाके में एक एसयूवी गाड़ी से अपनी मोटरसाइकिल से टकरा जाने पर मौत की नींद सो गये लखन ने कुछ ही घंटे पहले अपने घर पर अपनी बहन के परिवार के साथ अपने बेटे का जन्मदिन मनाया था।
बृहस्पतिवार को द्वारका इलाके के एनएलयू लाल बत्ती के पास यह सड़क हादसा हुआ जब लखन अपनी बहन, बहनोई और उनकी बेटी को घर छोड़ने जा रहा था।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम हर्षवर्धन ने कहा कि ये लोग भारत विहार से मोटरसाइकिल पर सेक्टर 17 की ओर जा रहे थे तभी सेक्टर 13 में सामने से आ रही एसयूवी गाड़ी ने उनकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी।
उन्होंने बताया कि लखन और उसकी बहन फूला (30) को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया जबकि उनकी 10 वर्षीय भांजी ने शुक्रवार दोपहर को दम तोड़ दिया। इस दुर्घटना में लखन का साला माते (32) घायल हो गया।
माते उर्फ नन्हें राम ने बताया कि सामने से आ रही एसयूवी गाड़ी बड़ी तेज रफ्तार से आ रही थी और उसने उन्हें टक्कर मार दी।
माते ने कहा, ‘‘ हम लखन के बेेटे की जन्मदिन पार्टी में गये थे। हमने कहा था कि रिक्शा लेकर हम घर चले जायेंगे लेकिन लखन ने कहा कि वह उन्हें घर छोड़ आयेगा क्योंकि काफी देर हो चुकी है।’’
उसने कहा, ‘‘ जब हम एनएलयू लालबत्ती के पास पहुंचे तब एक तेज रफ्तार वाली कार ने हमें टक्कर मार दी। इस दुर्घटना के बाद मैं बेहोश हो गया और बाद में मैंने अपने आप को अस्पताल में पाया। मेरे बांये पैर और बांये बांह में फ्रैक्चर आ गया था।’’
माते के रिश्तेदार रजक ने कहा, ‘‘ जख्म के कारण माते शायद लंबे समय तक काम नहीं कर पायेगा। हमने उसे तीन रिश्तेदारों की मौत की बात नहीं बतायी है।’’
उसने बताया कि माते के परिवार में उसके पिता, मां और 12 साल का बेटा है , यह बेटा दुर्घटना के समय घर पर था। रजक के अनुसार माते का परिवार 10 सालों से यह रहा है।
रजक ने बताया कि लखन आजीविका कमाने वाला अपने परिवार का एकमात्र सदस्य था , अब उसके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
पुलिस ने बताया कि ये सभी लोग मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से थे और एक ही मोटरसाइकिल पर सवार थे। ये दिल्ली में मजदूरी करते थे।
माते के अन्य रिश्तेदार लाला राम ने कहा कि पूरा परिवार इस दुर्घटना से स्तब्ध है और वे अब शवों को अपने गृहनगर ले जा रहे हैं।