संसद में सुरक्षा चूक के बाद एक्शन में गृह मंत्रालय, CRPF के डीजी अनीश दयाल की अगुवाई में बनी टीम

नई दिल्ली: को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ऐक्शन मोड में आ गया है। गृह मंत्रालय ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा, जांच समिति संसद की सुरक्षा में सेंध के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो लोगों के सदन में कूदने की घटना को लेकर कहा कि इस सुरक्षा चूक पर गृह मंत्रालय को जवाब देना चाहिए और संसद की सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा होनी चाहिए। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दर्शक दीर्घा से दो लोग अचानक सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिए धुआं फैला दिया। इसके तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। सदन में दोपहर करीब एक बजे शून्यकाल के दौरान यह घटना घटी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘आज संसद की सुरक्षा में जो सेंध लगी है वह एक बहुत गंभीर मामला है। हम मांग करते हैं कि गृह मंत्री जी दोनों सदनों में आ कर इस पर बयान दें।’ उन्होंने सवाल किया कि इतने बड़े सुरक्षा महकमे के बीच कैसे दो लोग अंदर आ कर ‘केनस्टर’ से गैस छोड़ गए ? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘आज ही हमने 22 साल पहले हुए संसद पर हमले को, शहीद दिवस पर, जाबांज़ सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेगी और हम पूरी घटना की गहन जांच की मांग करते हैं। देश की एकता और अखण्डता के लिए हम हमेशा तैयार हैं।’ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘लोकसभा की सुरक्षा में सेंधमारी बेहद परेशान करने वाली घटना है, यह भी 2001 के संसद हमले की बरसी पर हुई। मुझे ख़ुशी है कि किसी को कोई बड़ी चोट या क्षति नहीं हुई।’ उन्होंने कहा, ‘संसद हमारे देश की सबसे उच्च सुरक्षा वाली इमारतों में से एक है। इतनी बड़ी सुरक्षा चूक अस्वीकार्य है। हम गृह मंत्रालय से जवाब मांगते हैं और नए संसद भवन में सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा होनी चाहिए।’