100 कत्ल करने वाली विषकन्या
54 ईस्वी में रोम के सम्राट नीरो का शासन शुरू हो चुका था। इतिहास में नीरो को उसकी क्रुरता और वहशीपन के लिए जाना जाता है। सिर्फ 16 साल की उम्र में नीरो सम्राट बन गया था। उसका राज ब्रिटेन से लेकर सीरिया तक फैला हुआ था। कहा जाता है कि नीरो की तरह ही उसकी मां अग्रिपीना भी क्रुरता की सारी सीमाएं पार करती थी और उसकी ही कोशिशों की वजह से नीरो सिर्फ 16 साल की उम्र में सम्राट बन चुका था। अब आप सोच रहे होंगे कि हम आपको नीरो की कहानी क्यों सुना रहे हैं। वो इसलिए क्योंकि नीरो के इशारे पर भी करती थी सारे कत्ल।
रोम के सम्राट नीरो की खास थी लुकास्टा
रोम को जलाकर चैन की बांसुरी बजाने वाली कहावत नीरो के लिए ऐसे ही नहीं कही जाती। उस दौर में नीरो ने रोम में सैकड़ों लोगों को मरवा दिया था और उसके इस काम में उसका साथ देती थी लुकास्टा द गॉल। एक ऐसी विषकन्या जो सिर्फ नीरो और उसकी मां महारानी जूलिया एग्रिपीना के इशारों पर काम करती थी। उसका काम था रोम की फिजाओं में ऐसा जहर घोलना कि कोई बच ही न पाए। अपने दुश्मनों को मारने के लिए नीरो और उसकी मां ने इस विषकन्या का इस्तेमाल किया।
लुकास्टा खुद तैयार करती थी जहर
इतिहास में राज परिवारों की लड़ाइयां हमेशा से ही चर्चा का विषय रही हैं और उस दौर में एक दूसरे को मारने के लिए जहर ही सबसे अहम चीज होती थी। नीरो की मां अग्रिपीना ने भी अपने बेटे लिए इस जहर के दम पर शासन हासिल किया था और साजिश में उसका साथ दिया था लुकास्टा ने। वो इस जहरीले काम में एक्सपर्ट थी। वो जितनी खूबसूरत थी,उससे कही ज्यादा जहरीली थी। कहते हैं वो ऐसा जहर तैयार करती थी कि उसकी गंध से ही आदमी की मौत हो जाती थी। लुकास्टा जहर बनाने के कई तरीके जानती थी। किसको कैसे जहर से मारना है ये इस विषकन्या बखूबी पता था।
राजपरिवार के 100 लोगों को दिया था जहर
माना जाता है महारानी एग्रिपीना के कहने पर लुकास्टा ने रोम के सम्राट क्लॉडियस को भी मौत दी थी। दरअसल रोम में पहले म्राट क्लॉडियस का शासन था। एग्रिपीना ने ऐसी साजिश रची कि खुद क्लाडियस से शादी कर ली और फिर सम्राट और उसके बेटे को मारकर अपने बेटे नीरो को सत्ता दिलवाई। कहते हैं लुकास्ट ने राजा को जहरीले मशरूम खिलाकर मार डाला था।
नीरो की खुदकुशी के बाद निशाना बनी लुकास्टा
क्लॉडियस की मौत के बाद रोम पर नीरो का कब्जा था, लेकिन पूरा राजपरिवार नीरो के खिलाफ था। बस इसके बाद सारा काम किया लुकास्टा के जहर ने। लुकास्टा ने अलग-अलग तरह के जहर तैयार किए और एक-एक कर राजपरिवार के 100 लोगों को मार डाला। कई सालों तक ये सिलसिला चलता रहा था, लेकिन 68 ईस्वी के 9 जून को नीरो ने आत्महत्या कर ली और फिर नीरो के सारे सहयोगी निशाने पर आ गए। लुकास्टा भी उनमें से एक थी।
जिराफ से रेप की कहानी में कितनी सच्चाई?
इस विषकन्या के ऊपर रोम की अदालत में केस चला और फिर 69 ईस्वी में इसे मौत की सजा सुनाई गई। कहा तो ये भी जाता है कि अदालत ने इस खुंखार विषकन्या के लिए एक ऐसी सजा चुनी थी जो सुनने में बेहद अटपटी लगती है। कहते हैं सजा के रूप में एक जिराफ से लुकास्टा का रेप करवाया गया। जिसकी वजह से लुकास्टा का शरीर दो हिस्सों में फट गया और फिर उसके जिस्म को जंगल में जानवरों को खिला दिया गया। हालांकि इस बात की सच्चाई को लेकर कोई सबूत नहीं मिलते और न ही इतिहासकार ऐसी किसी बात से इत्तेफाक रखते हैं।