चेन्नई: ‘मेरे पति गिर गए… मेरे पति ने पानी तक नहीं पिया। हमने उन्हें कावेरीपट्टिनम के एक अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी हालत गंभीर थी। वह तड़प-तड़पकर मर गए।’ यह बातें सेना के जवान की पत्नी ने कही। वही सेना का जवान जिसके तमिलनाडु के कृष्णागिरी में डीएमके पार्षद ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। बात सिर्फ इतनी थी कि वह पंचायत टैंक के पानी से अपने कपड़े धो रहा था। पत्नी ने कहा, ‘हमारे परिवार ने दोनों बेटों को देश की सेवा के लिए सेना में भेजा। उनमें से एक की अब मौत हो चुकी है। सीएम ने हमसे बात क्यों नहीं की? हम चाहते हैं कि सीएम हमसे बात करें।’भारतीय सेना में जवान प्रभु (28) के निधन के बाद तमिलनाडु में सियासत शुरू हो गई। उनकी पत्नी पुनीता ने कहा कि 8 फरवरी को तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के पोचमपल्ली में स्थानीय DMK पार्षद कुछ लोगों के साथ आए और उनके पति की पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।डीएमके पार्षद गिरफ्तारचिन्नासामी के रूप में पहचाने जाने वाले पार्षद को आखिरकार गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस बीच, पुनीता ने उन घटनाओं का क्रम बताया जो उसके पति की हत्या का कारण बनीं।टैंक का पानी छूने पर हुआ विवादपुनीता ने बताया, ‘हम एक पंचायत टैंक के पानी से कपड़े धो रहे थे और पार्षद ने कहा कि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने हमारे खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। बहुत सारे लोग उस पानी से कपड़े धो रहे थे, लेकिन हमें नहीं पता कि उन्होंने सिर्फ हम लोगों से ही यह सवाल क्यों पूछा?”जान बचाकर भागे बाहर’पुनीता के अनुसार, चिन्नासामी उस रात को कुछ लोगों के साथ उनके घर आए। उनके पति के पति के साथ मारपीट की। इसने प्रभु और प्रभाकर दोनों को जमकर पीटा। प्रभू जान बचाकर घर से बाहर भागे। पार्षद गुर्गों के साथ बाहर निकला और उनके बेसुध होने तक उन्हें पीटता रहा।’लोहे की छड़, जूते और चप्पलों से पीटा’घटना को याद करते हुए पुनीता ने कहा, ‘बाद में, पार्षद और उसके साथियों ने मेरे ससुर पर हमला किया। जब मेरे पति और देवर ने उनका विरोध किया, तो झड़प हो गई और उन पर पत्थरों और लोहे की छड़ से हमला किया गया। मेरे पति गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बाद में उनका निधन हो गया।’13 साल से सेना में कर रहे थे कामइस बीच, प्रभु के भाई ने दावा किया कि दोषियों को सजा मिलने के बाद ही वह ड्यूटी पर वापस आएंगे। उन्होंने कहा, ‘मैंने 13 साल तक फोर्स में काम किया और एक महीने के लिए यहां आया और यह सब हो गया। उन्होंने (डीएमके नेता) ने कहा कि ‘आप भारतीय सेना में काम कर रहे होंगे, लेकिन मेरा कुछ नहीं कर सकते।’ मेरा भाई अब मर चुका है, उसके दो बच्चे हैं।’बीजेपी ने साधा निशानाबीजेपी की वरिष्ठ नेता खुशबू सुंदर ने सत्तारूढ़ डीएमके पर निशाना साधा और राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। बीजेपी नेता ने ट्विटर पर कहा, ‘हम कहां जा रहे हैं? एक डीएमके पदाधिकारी ने एक सेवारत सैनिक की हत्या कर दी। अगर हम अब भी चुप रहते हैं तो हमें शर्म आनी चाहिए।’ उन्होंने एमके स्टालिन की टैग करते हुए पूछा, ‘क्या यह बहुप्रचारित विडियाल लोगों ने वोट दिया है? गुंडावाद और मेरे राज्य में कानून व्यवस्था की विफलता डराने वाली और चिंताजनक भी है।’