हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। समहू यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि अब सबकुछ ठीक हो गया, लेकिन हकीकत इससे परे है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह को कई नुकसान तो तुरंत उठाने पड़े। कई नुकसान ऐसे हैं जो धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। अडानी और उनके समहू के एक दिन में चार बड़े झटके लगे हैं। अब आपको बारी-बारी बतातें हैं कि एक दिन में वह कौन सी चार ऐसी खबरें हैं अडानी समूह के लिए ठीक नहीं हैं। मूडीज ने अडानी समूह की 4 कंपनियों की घटाई रेटिंगमूडीज ने अडानी समूह को बड़ा झटका दिया है। मूडीज ने शुक्रवार को अडानी समूह की चार कंपनियों की रेटिंग स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दी। इन कंपनियों में अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ग्रीन एनर्जी रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई शामिल हैं। गौर करने वाली बात यह है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से इन कंपनियों के मूल्य में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है।मूडीज ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में धोखाधड़ी और हेरफेर के आरोपों के बाद अडानी समूह से जुड़ी कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई है। इसी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।गौतम अडानी शीर्ष-20 अमीरों की सूची से हुए बाहरएकतरफ जहां मूडीज ने अंडानी समूह की कंपनियों की रेटिंग घटाई वहीं, दूसरी तरफ अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को भी गिरावट जारी रही। नतीजा यह हुआ कि इससे समूह के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति 7 अरब डॉलर घटकर 58 अरब डॉलर हो गई। इसके साथ ही वह दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में शीर्ष-20 से बाहर होकर 22वें स्थान पर खिसक गए। गुरुवार को को उनकी संपत्ति 40.2 करोड़ डॉलर घटी थी। इससे वह सूची में खिसक कर 18वें स्थान पर आ गए थे।FPO मामले की सेबी ने शुरू की जांचभारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अडानी इंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ के एफपीओ से जुड़े दो एंकर निवेशकों की जांच शुरू कर दी है। जांच अदाणी समूह के साथ इन निवेशकों के संबंधों को लेकर की जा रही है। कानूनों के संभावित उल्लंघन या शेयर बिक्री प्रक्रिया में किसी भी तरह के हितों के टकराव की सेबी जांच कर रहा है। मॉरीशस की दो कंपनियों आयुष्मत लि. और ग्रेट इंटरनेशनल टस्कर फंड की अदानी के साथ संबंधों की जांच भी हो रही है। दोनों ने कंपनियों ने अदानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ में एंकर निवेशक के रूप में अपना पैसा लगाया था। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने बताया कि इस जांच के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय को जानकारी दी गई है।एशिया इंडेक्स ने लिया बड़ा फैसलाहिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के सामने जहां भारत में कई मुश्किलें मुंह बाए खड़ी हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एशिया इंडेक्स ने कहा कि वह अडानी विल्मर को एसएंडपी बीएसई आईपीओ इंडेक्स से 20 फरवरी से बाहर कर देगा। एमएससीआई ने कहा कि अडानी समूह की चार कंपनियों का वेटेज इंडेक्स घटकर 0.27 फीसदी रह गया है।