मुंबई : महाराष्ट्र मेंचाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर सरकार में शामिल हुए भतीजे अजित पवार ने एनसीपी पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर कब्जे को लेकर दावा ठोक रखा है। इस मामले में सोमवार को चुनाव आयोग में सुनवाई होनी है। खबर है कि सुनवाई में भाग लेने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले भी उपस्थित रहेंगे। इस केस की पिछली सुनवाई 2 नवंबर को हुई थी। शरद पवार गुट की तरफ से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी कर रहे हैं। 2 नवंबर को चुनाव आयोग के सामने हुई सुनवाई में अभिषेक मनु सिंघवी ने दो घंटे तक जिरह की थी। जिरह के दौरान उन्होंने अजित पवार गुट पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसमें एक बड़ा आरोप अजित पवार गुट की ओर से झूठे शपथ पत्र दाखिल किए जाने का था।सिंघवी ने चुनाव आयोग को बताया था कि अजीत पवार गुट द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष दायर किए गए 20,000 शपथ पत्रों की जांच करने के बाद 8,900 शपथ पत्र ऐसे पाए गए, जिनसे इनके फर्जी होने का पता चलता है।अजीत पवार पर झूठे शपथपत्र देने का आरोपउदाहरण के तौर पर एक कैटेगरी है, जिस व्यक्ति की मृत्यु हो गई है उसका भी शपथ पत्र लगाया गया है। दूसरा उदाहरण है कि एक व्यक्ति 18 वर्ष से कम उम्र का है, उसका शपथ पत्र पेश किया गया है। तीसरी कैटेगरी में कई ऐसे शपथ पत्र हैं, जिनमें जो पद लिखा है एनसीपी का, वह पद कोई जानता ही नहीं है। वह एनसीपी के संविधान में नहीं है और कभी लागू नहीं हुआ।क्यों महत्तवपूर्ण आज की सुनवाई?इन आरोपों के बाद अजित पवार गुट के नेता सुनील तटकरे ने कहा था कि 20 नवंबर को होने वाली सुनवाई के दौरान हम कुछ तकनीकी बातें चुनाव आयोग के समक्ष रखेंगे। वैसे अजित पवार गुट की तरफ से इस मामले की लगातार सुनवाई की मांग भी की जा रही है। इस लिहाज से आज होने वाली सुनवाई को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।