‘नंदिनी’ से पिछले वर्ष ही मिला लिया था हाथ, फिर कर्नाटक में हंगामा क्यों? ‘अमूल’ एमडी ने बता दी बड़ी बात

नई दिल्ली: कर्नाटक (Karnataka) में दूध पर जंग जारी है। कर्नाटक (Karnataka) में अमूल (Amul) ने जैसे ही अपने प्रोडक्ट्स उतारने की बात कही उसके बाद से विवाद शुरू हो गया है। आरोप लगा है कि अमूल के जरिए कर्नाटक के लोकल दूध ब्रांड नंदिनी को खत्म करने की साजिश हो रही है। इस मामले में अब गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड (GCMMF) के एमडी जयन मेहता () ने कहा है कि अमूल कर्नाटक के नंदिनी प्लांट में अपनी आइसक्रीम बना रहा है। जय मेहता (Jayen Mehta) ने बताया कि पिछले साल उन्होंने 100 करोड़ रुपये की आइसक्रीम नंदिनी के दूध से नंदिनी के प्लांट में बनाई। इसे कर्नाटक और दक्षिण भारत के बाज़ार में बेचा गया। नंदिनी के दाम से ज्यादा हैं अमूल के रेट जयन मेहता के मुताबिक, उन्होंने जो दूध के दाम मुंबई, दिल्ली में रखे हैं, उन्हीं दामों पर वह बेंगलुरु के लोगों को दूध देना चाह रहे हैं। अमूल के दूध के दाम नंदिनी के दामों से ज्यादा हैं। अमूल के बेंगलुरु में जाने से नंदिनी को कोई असर नहीं होगा। दोनों के बीच कोई स्पर्धा नहीं है। बता दें कि कर्नाटक में दूध के लिए शुरू हुई जंग ने सियासी रंग ले लिया है। लोग सोशल मीडिया पर मुहीम चला रहे हैं। सोशल मीडिया पर #savenandini ट्रेंड कर रहा है।क्या है अमूल Vs नंदिनी का विवादबीते 5 अप्रैल से इस विवाद की शुरुआत हुई है। इस दिन अमूल ने एक ट्वीट करके लिखा कि वो बेंगलुरु में दूध और दही के प्रोडक्ट्स की आपूर्ति करेगा। इसके बाद कांग्रेस ने इसे कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के ब्रांड नंदिनी को खत्म करने की साजिश बताया। कांग्रेस ने बीजेपी ने आरोप लगाया कि वो कर्नाटक की ब्रांड नंदिनी को खत्म करना चाहती है। इसके बाद विवाद बढ़ गया। सोशल मीडिया पर बायकॉट अमूल, गो बैक अमूल जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।