
कैबिनेट में सदन के कुल 182 सदस्यों का 15% ही कैबिनेट में हो सकते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री सहित 27 से अधिक सदस्य इसमें शामि नहीं किए जा सकते। सूत्रों के मुताबिक, नया मंत्रिमंडल पहली बार चुने गए विधायकों, भूपेंद्र पटेल और विजय रूपाणी के नेतृत्व वाली पिछली सरकारों में मंत्री रहे विधायकों का मिश्रण होगा।
पाटीदार, ओबीसी और दलितों पर फोकस
एक बीजेपी नेता ने कहा कि नई मंत्रिपरिषद को यह ध्यान में रखकर बनाया जाएगा कि उसमें सभी चार क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व होगा। पाटीदारों, ओबीसी, दलितों, महिलाओं और जैसे समाज के प्रमुख वर्गों को नई सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
पिछली सरकार के ये मंत्री संभावित लिस्ट में
सीएम पद की शपथ लेने वाले भूपेंद्र पटेल के अलावा पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हर्ष संघवी, जीतू वघानी, ऋषिकेश पटेल, कानू देसाई, राघवजी पटेल, पूर्णेश मोदी, जगदीश विश्वकर्मा, मनीषा वकील, जीतू चौधरी के नाम नई सरकार में संभावित के रूप में चल रहे हैं। विजय रूपाणी कैबिनेट के कुछ मंत्रियों जैसे कुंवरजी बावलिया, जयेश रडाडिया, गणपत वसावा, पुरुषोत्तम सोलंकी, कुमार कनानी, शंभूजी टुंडिया, मुलुबेरा और अन्य के नामों पर भी बीजेपी हलकों में चर्चा हो रही है।
नए चेहरों को भी मौका
सूत्रों ने कहा कि दलित नेता रमन वोरा को अध्यक्ष पद के संभावित नाम के रूप में चर्चा की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि ओबीसी नेता शंकर चौधरी और अल्पेश ठाकोर के नाम भी मंत्री पद के लिए संभावित हैं। अन्य लोगों के नाम जो पहले मंत्री नहीं रहे हैं, उनके भी हैं। इस बार शपथ लेने की संभावना है, उनमें रीवाबा जडेजा, अमित ठाकर, बलवंतसिंह राजपूत, भीखूसिंह परमार, कांतिलाल अमृतिया, मुलु बेरा, कौशिक वेकारिया, पीसी बरंडा और दर्शना देशमुख आदि शामिल हैं।