सरकार ने PF मेंबर्स के लिए खोला खजाना, पहली बार 1 लाख करोड़ से ज्यादा बांटेगा EPFO

नई दिल्ली: ईपीएफओ के 6.6 करोड़ एक्टिव सब्सक्राइबर्स के लिए अच्छी खबर है। ईपीएफओ ने फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में पीएफ पर 8.25% ब्याज देने की सिफारिश की है। पिछले साल पीएफ पर 8.15% और 2021-22 में 8.10% ब्याज दिया गया था। अप्रैल-मई में देश में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले पीएफ पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई है। ईपीएफओ सबसे आकर्षक सेविंग्स मैकेनिज्म में से एक है। इसमें सालाना 2.5 लाख रुपये तक रिटर्न पर इकनम टैक्स नहीं लगता है। ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की शनिवार को हुई बैठक में इस फाइनेंशियल ईयर में 8.25 परसेंट ब्याज देने का फैसला हुआ। फाइनेंस मिनिस्ट्री से मंजूरी मिलने के बाद इसे नोटिफाई किया जाएगा और उसके बाद सब्सक्राइबर्स के खातों में ब्याज आना शुरू हो जाएगा।मार्च 2022 में ईपीएफओ ने 2021-22 के लिए ब्याज दर घटाकर 8.1% कर दिया था जो 1977-78 के बाद सबसे कम था। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक के बाद कहा कि पीएफ पर ब्याज बढ़ाने का फैसला पीएम नरेंद्र मोदी की देश के वर्कफोर्स की सोशल सिक्योरिटी को मजबूत करने की गारंटी को पूरा करने की दिशा में उठाया गया कदम है। ईपीएफओ की इनकम में 17.4% की उछाल आई है। इस रिटायरमेंट फंड बॉडी ने फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में ईपीएफ मेंबर्स को कुल 1.7 लाख करोड़ रुपये डिस्ट्रिब्यूट करने की सिफारिश की है। यह राशि पिछले साल 91,151.7 करोड़ रुपये थी। सूत्रों के मुताबिक पहली बार एक लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि वितरित करने का सिफारिश की गई है। कितना मिलेगा ब्याजप्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों की बेसिक सैलरी पर 12% की कटौती ईपीएफ अकाउंट के लिए की जाती है। साथ ही कंपनी भी इतना ही पैसा कर्मचारी के पीएफ खाते में जमा करती है। एम्प्लॉयर की तरफ से जमा किए जाने वाले पैसों में से 8.33% हिस्सा ईपीएस (कर्मचारी पेंशन योजना) में जाता है, जबकि बचा हुआ 3.67% हिस्सा ईपीएफ में जाता है। अगर आपके अकाउंट में एक लाख रुपये जमा हैं तो इस बार आपको 8,250 रुपये ब्याज मिलेगा। यानी पिछली बार की तुलना में इस बार आपको प्रति लाख 100 रुपये ज्यादा ब्याज मिलेगा। नोटिफाई होने के बाद यह वॉलंटरी प्रॉविडेंट फंड ((VPF) डिपॉजिट्स पर भी लागू होगा। एग्जेम्टेड ट्रस्ट्स को भी अपनी कर्मचारियों को इतनी ही ब्याज देना होगा।