नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कुलगाम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कहा गया था कि कश्मीर में अगर बंदूकें हैं, तो अनुच्छेद 370 के कारण हैं। अगर कश्मीर में अलग सोच रखने वाले लोग हैं, तो सिर्फ धारा 370 के कारण हैं। अगर धारा 370 हटी तो बंदूकों से राहत मिलेगी और सब कुछ ठीक हो जाएगा। अभी एक हफ्ता भर भी नहीं हुआ है जब इस इलाके में मुठभेड़ हुई थी। 5 लोग मारे गए थे। सरकार ने कहा कि वे आतंकवादी थे। उनमें से 4 ने 2020 में और 5 ने 2021 में हथियार उठाए यह 2019 के बाद था।इसे भी पढ़ें: उमर, महबूबा ने शोपियां में तीन नागरिकों की हत्या के दोषी सैन्य अधिकारी को जमानत पर सवाल उठायेउमर अब्दुल्ला ने कहा कि कहने को तो आपने कहा कि 2019 के बाद वहां कोई बंदूक उठाने वाला नहीं होगा। सब संतुष्ट होंगे, सब खुश होंगे। अगर ये बात सही है तो ये 5 क्यों मर गए हैं। इन्होंने बंदूक उठाई थी। कहीं न कहीं इसमें आपकी नाकाबलियत है। कहीं न कहीं इसमें आपका धोखा है। अबदुल्ला ने कहा कि न केवल आपने जम्मू कश्मीर के लोगों को धोखा दिया आपने पूरे मुल्क के लोगों को धोखा दिया। मुल्क के लोगों को कहा गया था कि कश्मीर में बस अब अमन होगा। चैन होगी और यहां कोई मुश्किल ही नहीं होगा। हालात बिल्कुल सुधर जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसे भी पढ़ें: Jammu Kashmir: उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस पर साधा निशाना, र्नाटक परीक्षा आदेश के जरिए मुसलमानों को टारगेट करने का आरोप लगायाजम्मू-कश्मीर में 17 नवंबर को सुरक्षा बलों के साथ दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ रातभर चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पांच आतंकवादी मारे गये। कुलगाम जिले में 18 घंटे तक चली मुठभेड़ खत्म होने के बाद कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं और इलाके में छानबीन की जा रही है।