राजस्थान के शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने वाले भूपेंद्र सारण के आवास पर जेडीए ने शनिवार को एक बार फिर बुलडोजर चलाया है। जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र ने बिल्डिंग बाइलॉज का उल्लंघन कर जयपुर के रजनी विहार में आलीशान कोठी बनाई है। इससे पहले शुक्रवार को ही पेपर लीक मामले में भूपेंद्र सारण और गोपाल सारण की पत्नी को जमानत मिली है। जमानत पर बाहर आने के बाद दोनों अपने परिजनों के साथ रजनी विहार पहुंच गए हैं। जहां जेडीए की कार्रवाई चल रही है।राजस्थान: जयपुर प्रशासन द्वारा पेपर लीक मामले में आरोपी भूपेंद्र सारंग के आवास को गिराने का कार्य चल रहा है। pic.twitter.com/jEDcgd8n1w— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2023
बीते दिन यानी शुक्रवार को जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम भूपेंद्र की कोठी गिराने के लिए पहुंची थी, लेकिन काफी देर हो जाने की वजह से कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी। ऐसे में शनिवार को सुबह सुबह ही जेडीए का दस्ता एक बार फिर मौके पर पहुंचा। इस दस्ते ने बुलडोजर की मदद से इमारत को तहस नहस करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।बताया जा रहा है कि पेपर लीक मामले में भूपेंद्र सारण और गोपाल सारण की पत्नी को जमानत मिल गई है। जमानत के बाद जेल से छूटते ही दोनों आरोपी जेडीए की कार्रवाई देखने रजनी विहार पहुंचे हैं। उधर, पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार ने 4 सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया है। इनमें सिरोही जिले के सीनियर टीचर भागीरथ, जालोर के जसवंतराम स्कूल के सीनियर टीचर रावताराम, ठेलिया स्कूल के प्रिंसिपल सुरेश कुमार, चितलवाना झाब में तैनात सीनियर असिस्टेंट पुखराज शामिल हैं।