पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन दोनों ने अपने जवान मुश्तैदी के साथ तैनात कर रखे हैं। हाल ही में एलएसी के पास चीन की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ। हवाई क्षेत्र, हेलीपैड निर्माण भी तेजी से चल रहा है। वहीं अब अक्साई चिन को लेकर भी चीन की करतूत उजागर हुई। लेकिन ये खबर आने के बाद हफ्ता भी नहीं गुजरा था कि अक्साई चिन पर भी चीनी निर्माण का खुलासा हुआ। पता चला कि ड्रैगन इलाकों में सड़कें, आउटपोस्ट, कैंप और हेलीपोर्ट बनाने में लगा हुआ है। एलएसी पर नित दिन हो रहे घटनाक्रम पर भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी ने कहा कि भारत की रणनीतिक स्थिति दिनोंदिन सीमा पर मजबूत हो रही है। इसे भी पढ़ें: Arab League visits China: 16 हजार मस्जिदों को तोड़ा, मुसलमानों को बनाया बंधक, अब वहीं की सैर कराने मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों को ले गया चीनभारतीय सेना के पूर्व इंजीनियर-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने एलएसी पर ताजा घटनाक्रम को लेकर कहा कि कोई भी देश चाहेगा कि ऊपर की सीमा तक कनेक्टिविटी हो, ऐसा हमारे विरोधी भी कर रहे हैं और हम भी कर रहे हैं। हमारी अवधारणा यह रही है कि हम जो कुछ भी करते हैं, उससे हमारी रणनीतिक स्थिति मजबूत होती है। समय के साथ, सरकार ने बड़ी पहल की है। साल दर साल, फंड सपोर्ट बढ़ा है, और हमने जो लक्ष्य हासिल किए हैं, वे कई गुना बढ़ गए हैं। हम कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं, पर्यटन और सीमावर्ती क्षेत्रों को मुख्य भूमि में एकीकृत किया जा रहा है, जिससे सैनिकों की आवाजाही, उपकरणों की आवाजाही में भी मदद मिल रही है।