तवांग से लेकर जिनपिंग तक… कांग्रेस ने कहा- पीएम कब करेंगे ‘मन की बात’

नई दिल्ली : चीन के साथ एलएसी पर अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के बाद कांग्रेस लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। संसद के साथ ही कांग्रेस ने सरकार को संसद के बाहर भी घेर रही है। पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को जयपुर से पीएम मोदी के साथ ही केंद्र पर सवाल उठाया। आज कांग्रेस की तरफ से पीएम मोदी से चीन की साथ सीमा पर गतिरोध को लेकर सवाल उठाया गया। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने पार्टी की तरफ से पीएम मोदी से इन सवालों का जवाब देने को कहा।

पीएम 7 सवालों पर करें मन की बातजयराम रमेश ने अपने बयान में प्रधानमंत्री से सात सवाल पूछे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कियह प्रधानमंत्री का राजनीतिक कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इन सात सवालों पर अपने ‘मन की बात’ करें। राष्ट्र जानना चाहता है।’ उन्होंने सवाल किया, ‘20 जून, 2020 को आपने (प्रधानमंत्री) क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन द्वारा कोई घुसपैठ नहीं हुई? आपने चीन को यह अनुमति क्यों दी कि वह हमारे सैनिकों को उन हजारों किलोमीटर के क्षेत्र में जाने से रोके जहां वे मई, 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त किया करते थे?’

‘माउंटेन स्ट्राइक कोर’ प्लान क्यों छोड़ दिया रमेश ने यह भी पूछा कि आपने ‘माउंटेन स्ट्राइक कोर’ बनाने को लेकर `17 जुलाई, 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई योजना को क्यों त्याग दिया? आपने चीनी कंपनियों को पीएम केयर फंड में अंशदान क्यों देने दिया? आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर पर क्यों बढ़ने दिया? कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि आप इस बात पर जोर क्यों दे रहे हैं कि सीमा के हालात और चीन से खड़ी हुई चुनौतियों पर संसद में चर्चा नहीं होनी चाहिए?

चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ 18 बार मुलाकातरमेश ने कहा कि आपने चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ 18 बार मुलाकात की है और हाल ही में शी चिनफिंग से बाली में हाथ भी मिलाया। चीन ने तवांग सेक्टर में हाल ही में अतिक्रमण की शुरुआत की और सीमा पर हालात को एकतरफा ढंग से बदल रहा है। आप देश को भरोसे में क्यों नहीं ले रहे हैं?’

अरुणाचल के तवांग में हुई थी झड़पभारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में ताजा संघर्ष हुआ था। इसमें दोनों तरफ के जवानों को चोटें आई थीं। यह जून 2020 में गलवान घाटी में घातक झड़प के बाद इस तरह की पहली बड़ी घटना थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खबर आने के अगले दिन संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान इस घटना पर विस्तृत बयान दिया था।

कांग्रेस के 7 सवाल

  1. 20 जून, 2020 को आपने (प्रधानमंत्री) क्यों कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन द्वारा कोई घुसपैठ नहीं हुई?
  2. आपने चीन को यह अनुमति क्यों दी कि वह हमारे सैनिकों को उन हजारों किलोमीटर के क्षेत्र में जाने से रोके जहां वे मई, 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त किया करते थे?
  3. आपने ‘माउंटेन स्ट्राइक कोर’ बनाने को लेकर `17 जुलाई, 2013 को कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई योजना को क्यों त्याग दिया?
  4. आपने चीनी कंपनियों को पीएम केयर फंड में अंशदान क्यों देने दिया?
  5. आपने पिछले दो वर्षों में चीन से आयात को रिकॉर्ड स्तर पर क्यों बढ़ने दिया?
  6. आप इस बात पर जोर क्यों दे रहे हैं कि सीमा के हालात और चीन से खड़ी हुई चुनौतियों पर संसद में चर्चा नहीं होनी चाहिए?
  7. आपने चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ 18 बार मुलाकात की है और हाल ही में शी चिनफिंग से बाली में हाथ भी मिलाया। चीन ने तवांग सेक्टर में हाल ही में अतिक्रमण की शुरुआत की और सीमा पर हालात को एकतरफा ढंग से बदल रहा है। आप देश को भरोसे में क्यों नहीं ले रहे हैं?