मोदी के कपड़ों से लेकर चाल-ढाल की दिवानी चीनी जनता! प्यार से कहती है ‘लाओशिआन’, क्या है मतलब?

बीजिंग : भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के चलते लंबे समय से संबंध तनावपूर्ण बन हुए हैं। चीन के लोगों को भारत और अमेरिका की दोस्ती रास नहीं आ रही है। उनका मानना है कि भारत और चीन ‘साथ मिलकर’ काम कर सकते हैं। चीन के पत्रकार मानते हैं कि बीजिंग को इस्लामाबाद के बजाय नई दिल्ली से अपने संबंध मजबूत करने चाहिए क्योंकि भारत के साथ व्यापार की संभावनाएं कहीं ज्यादा हैं। ये सभी बातें बीजिंग के पत्रकार म्यू चुनशान ने द डिप्लोमैट के लिए अपने लेख में लिखी हैं। चीनी सोशल मीडिया पर आधारित उनका लेख यह बताता है कि चीन की आम जनता भारत के बारे में क्या सोचती है और सोशल मीडिया पर अपने पड़ोसी देश के बारे में क्या बातें करती है।अपने लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा, ‘भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीनी इंटरनेट पर एक निकनेम है, मोदी लाओशिआन (Modi Laoxian). लाओशिआन का इस्तेमाल कुछ अनोखी क्षमताओं वाले ‘बुजुर्ग अमर’ शख्स के लिए किया जाता है। इस निकनेम का मतलब है कि चीन के सोशल मीडिया यूजर्स यह सोचते हैं कि पीएम मोदी अन्य नेताओं की तुलना में ‘अलग और अद्भुत’ हैं। वे उनके पहनावे और शारीरिक बनावट, दोनों की ओर इशारा करते हैं। उनकी कुछ नीतियां भारत की पिछली नीतियों से अलग हैं।’ ‘आज भारत कर सकता है किसी से भी दोस्ती’उन्होंने लिखा, ‘विशेष रूप से, मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बनाए रख सकता है। चाहे वह रूस हो, अमेरिका हो या ग्लोबल साउथ के देश, भारत उन सभी के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रख सकता है, जो कुछ चीनी सोशल मीडिया यूजर्स के लिए बहुत सराहनीय है। इसलिए ‘लाओशिआन’ शब्द मोदी के प्रति चीनी लोगों की जटिल भावना को दर्शाता है, जिसमें जिज्ञासा और आश्चर्य भी शामिल है।’ ‘चीनियों को पीएम मोदी ने किया प्रभावित’चुनशान ने लिखा, ‘मैं लगभग 20 साल से अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टिंग कर रहा हूं और चीनी सोशल मीडिया यूजर्स के लिए किसी विदेशी नेता को निकनेम देना दुर्लभ है। मोदी का निकनेम अन्य सभी से ऊपर है। स्पष्ट रूप से उन्होंने चीनी जनता की राय को प्रभावित किया है।’ चीनी पत्रकार ने अपने लेख में लिखा कि भारत से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल करने का विचार अधिक काल्पनिक होता जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान और भारत के बीच की खाई लगातार चौड़ होती जा रही है।