पेरिस: फ्रांस पिछले छह दिनों से लगातार जल रहा है। फ्रांस के पेरिस, मार्सिले, लियोन जैसे कई बड़े शहरों में तबाही देखी गई है। डेटा के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्रों में लगभग 3,000 से ज्यादा आगजनी की घटना हुई। 1,500 से ज्यादा वाहनों को आग लगा दिया। 300 से ज्यादा आवासीय भवनों को भी आग लगा दिया गया। अनुमान के मुताबिक अरबों यूरो की संपत्ति को नुकसान हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस की पुलिस को निशाना बनाया, जिसके कारण 200 से ज्यादा पुलिस अधिकारी घायल हुए। ऐसे में सवाल है कि आखिर ये दंगा क्यों शुरू हुआ और स्थिति इतनी खराब क्यों हो गई?फ्रांस में कुछ महीनों पहले पेंशन से जुड़े नियमों को लेकर प्रदर्शन हो रहे थे। लेकिन इस बार का प्रदर्शन पुलिस की गोली से मारे गए 17 साल के युवक नाहेल एम की मौत के बाद हो रहा है। फ्रांसीसी मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक नाहेल डिलीवरी का काम करता था। जब वह अपनी पीली मर्सिडीज कार से जा रहा था तो पुलिस ने उसे रोका। पुलिस ने नाहेल को ट्रैफिक लाइट पर गाड़ी रोकने को कहा, लेकिन उसने लाल बत्ती पार कर दी। कार में उसके साथ दो यात्री भी थे।पुलिस ने चलाई गोलीथोड़ी दूर जाने के बाद कार रुक जाती है। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि दो पुलिसकर्मी कार के पास खड़े हैं। इनमें से एक ने कार पर बंदूक तान रखी है। पुलिसवालों ने उसे बाहर आने को कहा, तो उसने बात नहीं मानी और वहां से कार को बढ़ाने लगा। इतने पर पुलिसकर्मी ने गोली चला दी। नाहेल की गोली लगने से तुरंत मौत हो गई और कार फुटपाथ पर चढ़ कर रुक गई। उसकी कार में बैठे दोनों यात्री मौके से भाग गए। कैसे शुरू हुआ प्रदर्शननाहेल उत्तरी अफ्रीकी मूल का एक मुस्लिम युवक था। लंबे समय से पुलिस पर आरोप लग रहे थे कि वह नस्ल देख कर कार्रवाई करते हैं। नाहेल की हत्या ने पेट्रोल में चिंगारी का काम किया। पुलिस और प्रदर्शनकारी मंगलवार की रात नैनटेरे में भिड़ गए, जिसके बाद 2000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। लेकिन रात भर में सोशल मीडिया के जरिए यह प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया। बुधवार की सुबह तक पूरे देश के बड़े-बड़े शहरों में प्रदर्शन देखने को मिला।