मुइज्जू नासमझ, भारत और मालदीव की दोस्‍ती को तोड़ नहीं सकते, पूर्व रक्षामंत्री ने अपने ही राष्‍ट्रपति को सुना दिया

माले: मालदीव की पूर्व रक्षामंत्री मारिया अहमद दीदी ने भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों के लिए राष्ट्रपति की आलोचना की है। राष्ट्रपति मुइज्जु की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि वह अपरिपक्व हैं लेकिन इसके बावजूद वह भारत के साथ मालदीव संबंधों को नुकसान नहीं पहुंचा सकते है। इसकी वजह ये है भारत और मालदीव दोनों पुराने और अहम सहयोगी हैं। फर्स्टपोस्ट रक्षा शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आईं ने दोनों देशों के संबंधों पर कमेंट करते हुए ये बात कही। उन्होंने ये भी कहा कि मुइज्जू सरकार के मंत्रियों के बयानों और हालिया घटनाक्रम ने मालदीव की छवि को भारतीयों के निगाह में कमजोर किया है।विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) की नेता मारिया दीदी ने कहा, मुइज्जू के इस विरोध के पीछे बयानबाजी के पीछे मुझे लगता है कि वह राजनीतिक फायदे की ओर देख रहे हैं। संसदीय चुनाव बिल्कुल नजदीक हैं और मुझे लगता है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सोचते हैं कि इससे उनको फायदा होगा। मारिया दीदी ने कहा कि मुइज्जू भारतीय सैनिकों की मौजूदगी पर कहते हैं कि इससे मालदीव की संप्रभुता को खतरा है। मुइज्जू को भी सत्ता में आए तीन महीने से ज्यादा हो गए लेकिन हमारी संप्रभुता को कोई खतरा नहीं हुआ है। हमने हमेशा मालदीव की जनता को आश्वासन दिया है कि वे सैन्यकर्मी मानवीय आधार पर मदद करने के लिए मौजूद हैं लेकिन मुइज्जू इस पर बयानबाजी करते हैं। मुइज्जू राजनीति में अभी नए: दीदीमारिया दीदी ने कहा कि मुइज्जू राजनीति में अपेक्षाकृत नए हैं। वह कभी संसद में नहीं रहे। वह बस एक कार्यकारी पद पर थे और एकमात्र चीज यह थी कि उन्होंने मेयर पद जीता था। ये चुनाव भी उन्होंने बहुत कम वोटों के साथ जीते थे। कम राजनीतिक समझ की वजह से मुइज्जू ने सोचा होगा कि उन्होंने चुनाव भारत को कोसने की वजह से जीता है। अब वह इसे मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मुझे लगता है कि उनको कोई राजनीतिक फायदा मिले तो भी ऐसा नहीं करना चाहिए।मारिया दीदी ने ये भी कहा कि मुइज्जू एक तरफ विदेश नीति में फेल हो रहे हैं तो दूसरी ओर देश में चीजें खराब हो ही हैं। मालदीव की अर्थव्यवस्था बेहद खराब स्थिति में है। मुइज्जू जरूरत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। मतदाताओं में बहुत नाखुशी है और मुइज्जू इस नाराजगी और गुस्से से ध्यान हटाने के लिए नए तरीके ढूंढ रहे हैं। वो किसी और को दोष देने की कोशिश में लगे हैं ताकि लोग वास्तव में यह न देख सकें कि देश के अंदर क्या हो रहा है। मारिया अहमद ने कहा कि मुइज्जू भले ही भारत पर हमलावर हैं लेकिन मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं रुकेंगी। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि राष्ट्रपति मुइज्जू को यह एहसास हो जाएगा कि उन्हें इस तरह की बयानबाजी में नहीं फंसना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के तौर पर आगे बढ़ना चाहिए।