मध्य प्रदेश के शाजापुर से इंसान और जानवर के प्यार की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है. जिस तरह से पत्नी के प्यार में शाहजहां ने ताजमहल खड़ा कर दिया, वैसे ही प्रेम की अनूठी मिसाल एक व्यापारी ने पेश की है. एक व्यापारी ने अपने कुत्ते की याद में एक बावड़ी बनवा दी. इस बावड़ी का नाम उसने कुत्ता बावड़ी रखा है.यह शाजापुर जिला मुख्यालय से चार किलो मीटर की दूरी पर है.यह इमारत किसी प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की उल्फत में नही,बल्कि एक व्यापारी ने अपने कुत्ते की मोहब्बत और याद में बनाकर प्रेम के इतिहास में एक नई इबारत लिख दी है.
यह बावड़ी कुत्ता बावड़ी के नाम से काफी फेमस है. ग्रामीणों का कहना है कि करेड़ी में एक व्यापारी रहता था जिसके पास एक कुत्ता था. वह अपनी बात पर अडिंग रहने वाला और वादे का पक्का था. साथ ही वह अपने कुत्ते से भी बहुत प्यार करता था. एक दिन व्यापारी को व्यापार में नुकसान हो गया और उसे धंधे को चालू रखने के लिए कुछ रुपयों की जरूरत पड़ी. जिसके बाद उसने गांव के साहूकार से कर्ज की गुहार लगाई. साहूकार ने कहा कि वह बिना कुछ गिरवी रखे उसे रुपए नहीं दे सकता. इस पर मजबूर व्यापारी ने अपना कुत्ता साहूकार के यहां गिरवी रख दिया और रुपए लेकर व्यापार करने निकल गया.
जान से भी प्यारे कुत्ते को मार दी गोली
इसी रात साहूकार के घर हजारों रुपए की चोरी हो गई. चोरी करने वाले चोर को पकड़ने में व्यापारी के कुत्ते ने साहूकार की मदद की. चोरी का माल वापस मिलने से साहूकार खुश हो गया. उसने कुत्ते को आजाद कर व्यापारी को दिए रुपए माफ करने का फैसला कर लिया. क्यों कि साहूकार ने कुत्ते को आजाद कर दिया था तो वह छूटकर सीधे अपने मालिक के पास पहुंचने के लिए निकल पड़ा. इस बीच व्यापारी भी साहूकार को रुपए लौटाने के लिए निकल चुका था. कुत्ते को अचानक से अपनी और भागते हुए आते देखा व्यापारी को गुस्से आ गया.
कुत्ते की याद में बनवाई बावड़ी
उसे लगा कि उसके कुत्ते ने साहूकार के सामने उसकी बात खराब कर दी. वह साहूकार के पास से भाग आया है. व्यापारी ने तुरंत ही बंदूक उठाई और कुत्ते को गोली मार दी. गोली लगते ही कुत्ते की मौके पर ही मौत हो गई. जब इस बात की जानकारी साहूकार को लगी तो उसने पूरा मामला व्यापारी को बताया. अपने प्यारे कुत्ते की वफादारी और चाहत में व्यापारी ने उसी जगह पर एक बावड़ी बनवा दी.