पंजाब: रेलवे ट्रैक पर फिर उतरे किसान, रोकी ट्रेनें, सरकार के सामने रखी है ये मांगें, काफी समय बाद भी नहीं हुई पूरी

किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़क पर आ गए हैं। पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने पंजाब में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक 3 घंटे के लिए रेल रोको धरना दिया। उनका आरोप है कि उनकी मांगें नहीं मानी गईं और सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं किए गए।Amritsar | Members of Kisan Mazdoor Sangharsh Committee holds ‘Rail Roko’ protest stopping the movement of trains for 3 hours in Punjab from 12 noon to 3 pm as they allege that their demands were not accepted and the promises made by the government were not fulfilled. pic.twitter.com/BNeQjFnlxE— ANI (@ANI) January 29, 2023

किसानों ने इन जगहों पर रोकी ट्रेनइन जगहों पर किसानों ने रोकी ट्रेनेंजालंधर कैंट और कपूरथला रेलवे स्टेशन होशियारपुर में टांडा रेलवे स्टेशन अमृतसर में देवीदासपुरा जंडियाला गुरु गुरदासपुर बटाला रेलवे स्टेशन तरनतारन के खडूर साहिब, पट्‌टी और तरनतारन रेलवे स्टेशन फाजिल्का रेलवे स्टेशन बरनाला घुणस स्टेशन लुधियाना का समराला रेलवे स्टेशन फरीदकोट रेलवे स्टेशन फिरोजपुर बस्ती टैंका वाली गुरु हरसहाए मोगा रेलवे स्टेशन मुक्तसर मलोट रेलवे स्टेशनकिसान लंबे समय से राज्य और केंद्र सरकार से कई मांगें कर रहे हैं और इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि आंदोलन के दौरान जिन बातों पर सरकार ने हामी भरी थी उसे अभी तक नहीं मानी गई।किसानों की केंद्र सरकार से ये है मांगेंकिसान आंदोलन के दौरान किसानों पर हमला करने वाले अमन और प्रदीप के खिलाफ कार्रवाई हो। लिखित आश्वासन के बाद भी एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाए गए। दिल्ली मोर्चे के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए गए। लखीमपुर कत्लकांड के आरोपी आशीष मिश्रा की जामनत रद की जाए। बिजली वितरण कानून को रद किया जाए और बिजली शोध बिल 2020 की प्रोसिडिंग को हटाया जाए। भारत सरकार के WTO के साथ किए गए समझौते रद किए जाएं।राज्य सरकार से ये है किसानों की मांगेंसड़क प्रोजेक्ट के लिए जमीनों को बिना योग्य मुआवजे के एक्वायर किया गया। इसका जल्द हल निकाला जाए। गन्ने का की कीमत 380 रुपए से 500 रुपए की जाए प्रदूषण रोकथाम कानून सख्ती से लागू हो। दिल्ली मोर्चे के शहीद परिवारों को मुआवजा दिया जाए।