दुनिया की सबसे प्रतिभाशाली स्‍टूडेंट, समेधा सक्‍सेना जैसी बिटिया हर कोई चाहेगा

नई दिल्ली: समेधा सक्‍सेना को के खिताब से नवाजा गया है। जॉन हॉपकिन्‍स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (सीटीवाई) ने उन्‍हें यह सम्‍मान दिया है। समेधा सक्‍सेना भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं। 9 साल की समेधा न्‍यूयॉर्क सिटी में रहती हैं। बैटरी पार्क सिटी स्‍कूल में वह चौथी ग्रेड की स्‍टूडेंट हैं। जॉन हॉपकिन्‍स ने एक टेस्‍ट के आधार पर समेधा को ‘वर्ल्‍ड्स ब्राइटेस्‍ट’ स्‍टूडेंट में से एक करार दिया। इस टेस्‍ट में 76 देशों के 15,000 से ज्‍यादा स्‍टूडेंट शामिल हुए। समेधा ने टेस्‍ट में शानदार प्रदर्शन किया।जॉन हॉपकिन्‍स यूनिवर्सिटी ने बताया कि समेधा का परफॉरमेंस बेहतरीन रहा है। वह CTY ग्‍लोबल टैलेंट सर्च प्रोग्राम क्‍वालिफाई करने वाली सबसे युवा स्‍टूडेंट में हैं। समेधा की उम्र सिर्फ 8 साल की है। SAT, ACT, स्‍कूल और कॉलेज एबिलिटी टेस्‍ट के आधार पर इसमें छात्रों का मूल्‍यांकन किया जाता है।बड़ी है समेधा की उपलब्‍ध‍िCTY की एक्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर डॉ ऐमी शेल्‍टन ने समेधा को इस उप‍लब्धि पर शुभकामनाएं दीं। उन्‍होंने बताया कि यह सिर्फ मेधावी बच्‍चों को पहचान देने का तरीकाभर नहीं है। यह कम उम्र में उनके जुटाए ज्ञान का सम्‍मान भी है। यह दिखाता है कि ये बच्‍चे सीखने और जानने के लिए किस हद तक दिलचस्‍पी रखते हैं। इतनी कम उम्र में उनका जुटाया ज्ञान काबिले तारीफ है। क‍िस तरह का है यह टेस्‍ट सीटीवाई बेहतरीन बच्‍चों की पहचान के लिए अबव-ग्रेड-लेवल टेस्टिंग का इस्‍तेमाल करता है। इस टेस्‍ट के जरिये दुनियाभर से शानदार छात्रों की पहचान की जाती है। यह उनकी अकादमिक क्षमताओं के बारे में पता लगाने में मदद करता है। 76 देशों के 15,300 छात्रों ने 2021-22 के टैलेंट सर्च में हिस्‍सा लिया था। समेधा उनमें से एक थीं। बहुत कम छात्र इसमें क्‍वालिफाई कर पाए। समेधा के अलावा 13 साल की भारतीय अमेरिकी नताशा पेरियानयगम ने ‘वर्ल्‍ड्स ब्राइटेस्‍ट’ स्‍टूडेंट की लिस्‍ट में टॉप किया। दिल्‍ली के रहने वाले 9 साल के आर्यवीर कोचर ने भी इस लिस्‍ट में जगह बनाई।