‘चेयर का हर फैसला होता है निष्पक्ष’ राहुल गांधी की स्पीच से शब्द हटाने के मुद्दे पर बोले स्पीकर ओम बिरला

उदयपुर : संसद के मॉनसून सत्र में जमकर गतिरोध हुआ और कई मौकों पर विपक्षी सदस्यों ने चेयर (आसन) के फैसले पर भी सवाल उठाए। सांसदों को सस्पेंड करने से लेकर सांसदों की स्पीच के कुछ अंश को एक्सपंज करने तक सवाल उठे। इस बारे में सवाल पूछने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हमारी अपेक्षा रहती है कि कोई चेयर पर सवाल न उठाए और चेयर भी अपने हर फैसले में पूरी तरह निष्पक्ष रहे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की स्पीच से कुछ शब्द हटाने और वही शब्द कैबिनेट मंत्री स्मृति इरानी की स्पीच में रहने देने पर भी विपक्ष ने सवाल खड़े किए थे। इसके बारे में पूछने पर बिरला ने कहा कि एक्सपंज करने का अधिकार चेयर का होता है, वह नियम प्रक्रिया के तहत एक्सपंज भी कर सकते हैं और उसे वापस भी जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि ऐसी कोई बात न जाए जो सदन की गरिमा को कम करे।अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन पर रखी यह बात लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मामला कमिटी के पास है और कमिटी अपनी रिपोर्ट स्पीकर को भेजेंगे। ओम बिरला ने कहा कि कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में फैसला लिया गया कि हर विधानसभा पेपर लेस बने, अधिकांश की बन चुकी है, बाकी समयबद्ध तरीके से होगी।पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाएंगे : ओम बिरला बिरला ने कहा कि विधानमंडलों की गरिमा इस बात पर निर्भर करती है कि विधि निर्माता सदन में कैसा व्यवहार करते हैं। डिजिटल माध्यम से विधानमंडलों को जनता से जोड़कर हम पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाएंगे और सुशासन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों को कानूनों की जानकारी जनता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।