दारोगा को दौड़ाया, कभी अफसर को जिंदा जलाने की कोशिश, ये है बिहार के ‘सुशासन का गुंडाराज’

पटना: जिले के बिहटा प्रखंड में सोमवार को रेत खनन माफिया के हमले में एक महिला खनन निरीक्षक समेत खनन विभाग के तीन अधिकारी घायल हो गए। जिला प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक ‘घटना उस वक्त हुई जब एक टीम बिहटा इलाके में अवैध खनन की जांच के लिए अपने अभियान के तहत निरीक्षण और तलाशी के लिए गई थी। जब वे कोइलवर पुल के पास पहुंचे तो असामाजिक तत्वों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया। जैसे ही आरोपियों ने उन पर पथराव शुरू किया, आम्या कुमारी गिर पड़ीं और उन्हें चोटें आईं।’ बयान में कहा गया है कि खनन विभाग के घायल अधिकारियों में कुमार गौरव (जिला खनन पदाधिकारी), आम्या कुमारी (महिला खनन निरीक्षक) और सैयद फरहीन (खनन निरीक्षक) शामिल हैं। तीनों घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।अब तक की कार्रवाईपुलिस ने घटना के संबंध में तीन FIR दर्ज करने के बाद 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 50 गाड़ियां भी जब्त की गई हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक मौके से एक काली स्कॉर्पियो गाड़ी भी मिली जिसमें वायरलेस सेट लगा हुआ था। एक बात तो तय है कि बिहार में खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं, कि वो खनन विभाग के अफसरों पर जान लेवा हमले करने से भी परहेज नहीं कर रहे। ये हम नहीं बल्कि हाल के आंकड़े कह रहे हैं। देखिए कैसे… दारोगा को जिंदा जलाने की कोशिश21 फरवरी 2023- इसी साल फरवरी में खनन विभाग के अफसर को जिंदा जलाने की कोशिश की गई। ये सब कुछ सोनपुर के शिव बचन सिंह चौक के पास हुआ था। यहां बालू माफियाओं ने सारण के खनन इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जलाने की कोशिश की। इस संबंध में खनन इंस्पेक्टर अंजनी कुमार ने सोनपुर थाने में FIR भी दर्ज कराई। FIR में अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि वो शिव बचन सिंह चौक पर चेक पोस्ट के नजदीक गाड़ियों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान में एक 10 चक्के वाले ट्रक को रोक लिया गया। पुलिस फोर्स को देखते ही ड्राइवर ट्रक से उतर कर फरार हो गया। ट्रक पर ओवरलोड बालू था। इसके बाद अंजनी कुमार ने ट्रक को थाने भिजवाने का काम शुरू कर दिया। तभी एक बोलेरो गाड़ी पर पांच लोग वहां पहुंच गए और ट्रक की चाभी छीनने की कोशिश की। तभी अंजनी कुमार भी वहां पहुंच गए। उन्हें देखते ही बालू माफिया के गुर्गों ने उन पर लाठी से हमला बोल दिया। इस बाद खार खाए बालू माफिया के गुर्गों ने खान निरीक्षक अंजनी कुमार और उनकी गाड़ी पर पेट्रोल छिड़क दिया। अंजनी मौके की नजाकत को भांपते हुए वहां से भाग निकले और अपनी जान बचाई। मजिस्ट्रेट पर भी खनन माफिया का हमला3 नवंबर 2022- पिछले साल नवंबर में भी बालू माफिया ने अपनी हदें पार कर दी थीं। तब की घटना जमुई जिले की थी। तब का मामला जमुई जिले के टाउन थाना क्षेत्र के छट्ठू धनामा का था। यहां छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे तीन पुलिसवालों और मजिस्ट्रेट बालू माफिया ने हमला बोल दिया था। हमले में टीम में शामिल मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान बालू माफिया ने कई राउंड गोलियां भी चलाई थीं। तब अवैध बालू खनन करने वाले और पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। दारोगा को चलती गाड़ी से फेंका, SDPO को रौंदने की कोशिश6 सितंबर 2022- ये मामला वैशाली जिले का था। 6 नवंबर को इसी इलाके में बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। अपराधियों ने दारोगा को चलती गाड़ी से नीचे फेंक दिया, जिससे वो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। यही नहीं एसडीपीओ को गाड़ी से रौंदने तक की कोशिश भी की गई। हमले के बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गए।खनन विभाग के दफ्तर में घुस कर धमकी6 सितंबर 2022 को ही दूसरी घटना- ये मामला तो पटना में खनन विभाग के दफ्तर में सामने आया था। खनन विभाग के ऑफिस में घुसकर माइनिंग इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद को जान से मारने की धमकी दी गई थी। धमकी देने वाले ने खुद को RJD विधायक रीतलाल यादव का भाई संतोष बताया था। जिस वक्त कथित संतोष अपने गुर्गों के साथ खनन ऑफिस में घुसा था उस वक्त वहां इंस्पेक्टर राजेंद्र नहीं थे। उस शख्स ने हेड क्लर्क अरुण कुमार को धमकाते हुए कहा था कि ‘माइनिंग इंस्पेक्टर की इतनी औकात कि उसने मेरी गाड़ी पकड़ ली। उसे जान से मार दूंगा।’ तब भी इस प्राथमिकी दर्ज की गई थी।