केंद्र में UPA या कांग्रेस की सरकार होती तब भी बनता राम मंदिर, PM मोदी के बयान पर गहलोत का पलटवार

जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी का बयान का पलटवार करते हुए कहा है कि अगर केंद्र में एनडीए की सरकार नहीं होती और यूपीए या कांग्रेस की सरकार होती तो भी राम मंदिर तो बनता। शनिवार को अमेठी में मीडिया से रूबरू होते हुए गहलोत ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बना है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा के नेता यह भ्रम फैला रहे हैं कि अगर एनडीए सरकार नहीं होती तो राम मंदिर नहीं बनता। गहलोत ने पीएम मोदी के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर राम मंदिर के अस्तित्व को खतरे में बताया था।चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं पीएम मोदी – गहलोतगहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनावी सभाओं में पीएम मोदी और बीजेपी के नेता लगातार झूठ बोल रहे हैं। चुनाव जीतने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी के नेता विकास के नाम पर वोट ही नहीं मांग रहे। वे तो सिर्फ राम मंदिर के नाम पर वोट मांग रहे हैं। देश की जनता उनके झूठ को जान चुकी है और इस बार जनता उनके झांसे में आने वाली नहीं है। गहलोत ने कहा कि 4 जून को परिणाम चौंकाने वाले होंगे और केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।धर्म का हथकंडा नहीं चलेगा लोकसभा चुनाव मेंपूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा के नेता बार बार धर्म का कार्ड खेल रहे हैं। इस बार धर्म का कार्ड नहीं चलने वाला है। अब लोग यह समझ गए हैं कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा धर्म का नहीं है। महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी देश के बड़े मुद्दे हैं लेकिन बीजेपी के नेता इस पर बात तक नहीं करते। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार देश के मूल मुद्दों पर बोल रहे हैं और देश की जनता का ध्यान मूल मुद्दों की ओर आकर्षित कर रहे हैं।आजकल 400 पार का नारा भूल गएगहलोत ने कहा कि आजकल पीएम मोदी और भाजपा के नेताओं ने 400 पार की बात बोलना बंद कर दी है। अब वे भी जान गए हैं कि लोगों के मन में भाजपा के प्रति रोष है और भाजपा को बहुमत मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के 22 उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया लेकिन किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। समझ में नहीं आता कि देश के किसानों में बीजेपी का क्या बिगाड़ा है।