करोड़ों रुपए जलाकर भी एलन मस्क बना रहे अंतरिक्ष का ‘बाहुबली’, जानें सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप की ताकत

वॉशिंगटन: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट सिस्टम ‘स्टारशिप’ बनाया है। शनिवार की सुबह इसने सुरक्षित तरीके से उड़ान भरी। लेकिन कुछ समय बाद ही यह विस्फोट के साथ फट गया। एलन मस्क का यह दूसरा स्टारशिप था, जो लॉन्च के बाद फेल हो गया। सुपर हेवी बूस्टर और स्टारशिप उड़ान भरने के बाद सफलतापूर्वक अलग हो गए। स्टारशिप ने अपना इंजन चालू किया और दूर चला गया। लेकिन तभी सुपर हेवी बूस्टर में धमाका हुआ। मैक्सिको की खाड़ी के ऊपर आग की लपटें देखने को मिलीं। लेकिन स्टारशिपअंतरिक्ष यान कुछ समय के लिए यात्रा जारी रखने में कामयाब हुआ।अप्रैल में भी करोड़ों रुपए खर्च कर एलन मस्क ने एक लॉन्च किया था। यह स्टारशिप का पहला लॉन्च था। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर करोड़ों रुपए का नुकसान झेल कर क्यों वह इसे बना रहे हैं। दरअसल एलन मस्क एक ऐसा रॉकेट बनाना चाहते हैं जो अंतरिक्ष यात्रा में एक गेम चेंजर साबित हो। स्टारशिप एक ऐसा रॉकेट होगा, जो फिर से इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें एक साथ 100 लोग बैठ कर अंतरिक्ष में जा सकेंगे। एलन मस्क का लक्ष्य है कि इससे लोगों को मंगल ग्रह पर भेजा जाए।दूसरे ग्रहों पर इंसानों को ले जाना चाहते हैं मस्कस्पेस एक्स की स्थापना इसी उद्देश्य के साथ की गई है कि जीवन को दूसरे ग्रहों तक पहुंचाया जा सके। एलन मस्क का कहना है कि पृथ्वी पर बड़े उल्कापिंड से महाप्रलय आ सकता है। ऐसे में अगर इंसान मंगल पर भी होंगे तो मनुष्यों की सभ्यता को बचाया जा सकता है। साल 2016 में एलन मस्क ने कहा था कि हमारे पास दो विकल्प हैं। जिनमें से एक धरती पर रहना और खुद को खत्म होते देखना है। वहीं दूसरा विकल्प इंसानों को कई ग्रहों पर बसाना है। कैसा है सबसे शक्तिशाली रॉकेटइस अंतरिक्ष यान को दो हिस्सों में बनाया गया है। पहला स्टारशिप जो नुकीले आकार का है। यह सुपर हैवी रॉकेट के ऊपर फिट किया जाता है। दोनों को मिलाकर इसकी ऊंचाई 120 मीटर हो जाती है। दोनों को साथ में भी स्टारशिप ही कहा जाता है। वहीं इनका व्यास 9 मीटर होगा। अगर सिर्फ सबसे ऊपर वाले स्टारशिप की बात करें तो यह 50 मीटर लंबा, वहीं सुपर हैवी रॉकेट अकेले 71 मीटर का है। यह स्टील का बना है। सबसे शक्तिशाली इंजनस्टारशिप में में मीथेन-ऑक्सीजन ईंधन से चलने वाले रैप्टर इंजन लगे हैं, जिनका फिर इस्तेमाल किया जा सकता है। इनकी लंबाई 3.1 मीटर है। फैल्कन-9 रॉकेट के मर्लिन इंजन से इसकी ताकत दोगुनी है। इसमें छह रैप्टर इंजन लगे हैं, जिनमें तीन रैप्टर इंजन और तीन रैप्टर वैक्यूम इंजन हैं, जिन्हें खाली अंतरिक्ष के लिए डिजाइन किया गया है। वहीं सुपर हैवी रॉकेट में 33 रैप्टर इंजन हैं, जिनमें से 13 केंद्र में और 20 उसके चारों ओर होंगे।