अंकारा: रेचेप तैयप अर्दोआन तुर्किये के राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं। अनाधिकारिक चुनाव परिणाम के मुताबिक उन्हें 53 फीसदी मत मिले हैं। तुर्किये के गांधी कहे जाने वाले कमाल केलिचडारोहलू को 47 फीसदी मत ही मिल सके हैं। इसी के साथ तुर्की की सत्ता में एक बार फिर अर्दोआन की वापसी हो चुकी है। इससे पहले हुए चुनाव में एर्दोगन और कलचदारलू में से किसी को बहुमत नहीं मिल सका था।
तुर्किये में राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव में कम से कम 50 फीसदी मत पाना जरूरी होता है। पिछले चुनाव मे अर्दोआन को 49.5 फीसदी मत मिले थे। ऐसे में उनकी जीत की प्रबल संभावना जताई जा रही थी। तुर्किये में कई समाचार एजेंसियों द्वारा जारी दूसरे दौर के राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े शुरुआती और अनाधिकारिक परिणामों से पता चलता है कि 88 फीसदी मतपत्रों की गिनती हो चुकी है। तुर्किये की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू ने दिखाया कि एर्दोगन को 53 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कमाल को 47 फीसदी मत हासिल हुए हैं।
इस बीच, विपक्ष की करीबी एनएनकेए समाचार एजेंसी ने कहा कि कमाल को 49 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि अर्दोआन को 51 फीसदी वोट मिले हैं।तुर्किये चुनाव परिणाम का व्यापक होगा असर चुनाव परिणाम का असर अंकारा से बाहर भी दिखेगा, क्योंकि तुर्किये यूरोप और एशिया के बीच स्थित है और यह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य है। इस बार के चुनावी नतीजे तय करेंगे कि लंबे समय से देश की सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति अर्दोआन का निरंकुश शासन जारी रहेगा या फिर अधिक लोकतांत्रिक समाज बहाल करने का वादा करने वाले उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कमाल सत्ता पर काबिज होंगे।
देश में 14 मई को हुए पहले दौर के चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को सरकार गठन के लिए जरूरी बहुमत नहीं मिल पाया था। 40 लाख मतदाताओं ने किया मतदान दूसरे दौर के चुनाव के लिए मतदान रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुआ। तुर्किये में ‘एक्जिट पोल’ (चुनाव बाद सर्वेक्षण) नहीं होते, लेकिन शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने के कुछ ही घंटों के अंदर प्रारंभिक परिणाम सामने आने की उम्मीद की जा रही थी। इस चुनाव में छह करोड़ 40 लाख से अधिक मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र थे। इस्तांबुल में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि यह तुर्की के इतिहास में पहला राष्ट्रपति चुनाव है, जिसमें दूसरे दौर का मतदान हो रहा है।