नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि कथित सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी के खिलाफ 2015 के एक आईपीएल सट्टेबाजी मामले से जुड़े धन शोधन की जांच में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
जयसिंघानी को संघीय एजेंसी ने अप्रैल में गिरफ्तार किया था।
ईडी ने कहा कि वह ‘सम्मन’ से बच रहा था और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गठित विशेष अदालत द्वारा 2015 में उसके खिलाफ एक गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद जांच में सहयोग नहीं कर रहा था।इसे भी पढ़ें: Ariha Case: जर्मन कोर्ट से भारतीय दंपति को झटका, लोकल एजेंसी को सौंपी बच्ची
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को रिश्वत देने की कथित साजिश रचने और ब्लैकमेल करने तथा उनसे जबरन वसूली करने के लिए निजी संदेशों का इस्तेमाल करने को लेकर जयसिंघानी एवं उसकी बेटी अनिष्का को भी कुछ महीने पहले मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दरअसल, अमृता ने (अनिल) जयसिंघानी को उसके खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकियों में बचाने से इनकार कर दिया था।
जयसिंघानी के खिलाफ ईडी का मामला वडोदरा पुलिस की 2015 की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैचों पर कथित सट्टेबाजी करने वाले कई सट्टेबाजों के खिलाफ दर्ज है।
इसे भी पढ़ें: ONGC Scholarship: मेधावी छात्रों को आगे की पढ़ाई में नहीं होगी दिक्कत, उठाएं ONGC Scholarship का लाभ ईडी ने कहा, ‘‘अनिल जयसिंघानी किक्रेट मैच में सट्टेबाजी करने में शामिल था और उसने अपनी फर्जी गतिविधियों से काफी धन अर्जित किया।’’
एजेंसी ने मई में उसके परिसर पर छापा मारा था और पांच जून को 3.40 करोड़ रुपये का एक होटल (शिरडी, महाराष्ट्र में) कुर्क किया था।
एजेंसी ने जयसिंघानी के खिलाफ छह जून को धन शोधन के आरोपों के तहत आरोप पत्र दाखिल किया और विशेष पीएमएलए अदालत, अहमदाबाद ने अभियोजन की शिकायत का संज्ञान लिया।