द्वारका फ्लैट आगः चाबी नहीं मिली, तो जलते फ्लैट की बालकनी से कूद गई थी दादी-पोती

नई दिल्ली: द्वारका सेक्टर 10 के पैसिफिक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 410 में आग लग गई। हादसे के समय एक बुजुर्ग महिला और उनकी पोती घर पर अकेली थीं। बुजुर्ग महिला जसूरी देवी के बेटे महेश हादसे से कुछ समय पहले फ्लैट के गेट पर ताला लगाकर पास की मार्केट में दवा की दुकान पर गए थे। इसी दौरान घर में आग लग गई।नहीं मिली चाबी तो बालकनी में पहुंचींफ्लैट बंद होने की वजह से धुआं फ्लैट में भरता चला गया। हड़बड़ी में दादी और पोती घबरा गए और चाबी ढूंढ़ नहीं पाए। काफी कोशिश के बाद भी चाबी नहीं मिली तो वे दोनों बाहर बाहर बालकनी में पहुंचीं। तब तक बाहर भीड़ जमा होने लगी थी। भीड़ ने गद्दे और चादर का इंतजाम किया और उसे पकड़ा। इसके बाद पोती पूजा पंत (30) पहले नीचे कूदीं। इसके बाद 83 साल की जसूरी देवी भी नीचे कूद गईं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब जसूरी देवी नीचे कूदी तो जिन लोगों ने चादर पकड़ी थी, उसका एक कौना उनसे छूट गया। इसकी वजह से जसूरी देवी को काफी चोट लगी। दोनों दादी-पोती को पुलिस अस्तपताल ले गई। वहां पर डॉक्टरों ने जसूरी देवी को मृत घोषित कर दिया।आग लगने की वजह साफ नहींजसूरी देवी के बेटे महेश ने बताया कि हादसे के समय वह घर पर नहीं थे। उन्हें आग लगने की वजह नहीं पता। फिलहाल शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताया जा रहा है। इसके बाद बालकनी में लगा एसी भी आग की वजह से फट गया। महेश ने बताया कि उनकी बेटी दो महीने पहले ही जापान से छुट्टी मनाने आई थी। अगले हफ्ते ही उन्हें वापस जाना था।’कूदने के अलावा कोई रास्ता नहीं था’महेश ने बताया कि उनकी बेटी को कूदते समय बालकनी में लगी कपड़े सुखाने की रॉड से चोट लग गई। इससे उन्हें फैक्चर हुए हैं। उनका कहना है कि पूजा ने उन्हें बताया कि जब काफी देर तक फायर बिग्रेड की गाड़ी सोसायटी के मेन गेट से अंदर नहीं आ पाई और आग फैलने लगी तो उनके पास कूदने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। महेश की पत्नी की कोविड के दौरान मौत हो चुकी है।लोगो ने गद्दे बिछाकर बचाने की कोशिश कीप्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लोगों को जब कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने पहले गद्दा बिछाया। उसके ऊपर चादर को चारों तरफ से पकड़ा। बेटी जब कूदी तो वह चादर पर गिरने से पहले दूसरी और तीसरी मंजिल से टकरा गईं। इसमें उन्हें पैर, गले और रीढ़ की हड्डी में कुछ फैक्चर आए हैं। बाद में दादी जब कूदीं तो वह गद्दे पर नहीं आ पाईं।जापान में पति के साथ जॉब करती हैं पूजापुलिस के अनुसार, जसूरी देवी परिवार के साथ पैसिफिक अपार्टमेंट के फ्लैट 410 में रहती थीं। परिवार में उनके बेटे महेश पंत और पोती पूजा पंत हैं। महेश बैंक से रिटायर्ड हैं और उनकी पत्नी की कोविड के दौरान मौत हो गई थी। पूजा और उनके पति योगेश भट्ट जापान में जॉब करते हैं। दोनों दो महीने पहले जापान से दिल्ली आए थे। दोपहर हादसे के समय योगेश नोएडा अपने माता-पिता से मिलने गए थे, जबकि पिता महेश किसी काम से गए थे। घर पर जसूरी देवी और पूजा मौजूद थीं।