कंटेनर की दीवार! किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस का जुगाड़ देखिए, ड्राइवर दुखी

नई दिल्ली: दिल्ली के सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर दिनभर गहमागहमी के बाद गुरुवार सुबह से एक बार फिर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने राहत की सांस ली। लेकिन सुरक्षा के चौक-चौबंद बंदोबस्त उसी तरह बने रहे। किसान संगठनों की ओर से शुक्रवार तक दिल्ली कूच के ऐलान को टाल दिया गया है। इसे देखते हुए पुलिस के जवान अब अगली रणनीति को ध्यान में रखते मूवमेंट पर रहेंगे। दिल्ली पुलिस बाकी संभावित ठिकानों पर अलर्ट है। आने-जाने वालों पर पैनी निगाह है। इनपुट है कि छोटे-छोटे ग्रुप में बंट कर किसानों के जत्थे बस, रेलवे के जरिए दिल्ली में एंट्री कर सकते हैं।कंटेनर ड्राइवर बोले- हमें तो पुलिस पकड़ लाईटीकरी बॉर्डर : कंटेनर के नीचे बर्तन धो रहे ये हैं सोनू मिश्रा। यूपी के औरया के रहने वाले हैं। पुलिस के सुरक्षा बंदोबस्त में कंटेनर के साथ पिछले चार दिन से अटके हुए हैं। सोनू ने बताया कि उनके जैसे एक दर्जन से अधिक ड्राइवर ट्राला, कंटेनर, ट्रक के साथ फंसे हुए हैं। फंसने की वजह रोड ब्लॉक नहीं। बल्कि आरोप है कि टीकरी बॉर्डर को ब्लॉक करने के लिए उन्हें उनकी गाड़ियों के साथ पुलिस ने रोक लिया है। सोनू ने बताया कि वह तो गुवाहाटी से लोडेड कंटेनर लेकर दिल्ली आए थे। चार दिन पहले रात को टीकरी बॉर्डर के पास गोदाम में कंटेनर अनलोड हो रहा था। सोनू का दावा है कि तभी पुलिस वाले आए और उसे कंटेनर समेत पकड़ ले गए और टिकरी बॉर्डर पर तमाम सीमेंटेड बैरिकेड्स की लेयर के साथ बाकी ट्रक, ट्रॉला के बीच में उनके कंटेनर को भी रोड ब्लॉक करने के लिए लगा दिया। सोनू ने बताया कि उसे यहां से नोएडा जाना है। वहीं पर ट्रांसपोर्ट है। वह जब से फंसे हैं, सुबह-शाम खुद ही जैसे-तैसे रोटी बनानी और खानी पड़ रही है। ‘हमारे रोजगार न छीनें’ की अपील के चिपके पोस्टरकिसानों के दिल्ली कूच के ऐलान से पिछले एक हफ्ते से स्थानीय कामकाजी और इंडस्ट्रीज पर क्या असर हो रहा है। इसकी झलक टीकरी बॉर्डर से लेकर हरियाणा की तरफ जगह-जगह लगे पोस्टर से दिखी। इसमें बहादुरगढ़ के उद्यमियों और कर्मचारियों के हवाले से किसान संगठनों से अपील की गई कि वे उनके काम-धंधे और रोजगार न छीनें। ऐसी अपील के पोस्टर हर तरफ लगे हुए थे।