गैर मजहब वालों से दोस्ती न करें, निकाह में देरी नहीं… मुंबई में किसने लगा दिए ‘मजहबी’ पोस्टर?

मुंबई: सिनेनगरी के लगाए जाने का मामला सामने आया है। इन पोस्टर्स में लिखित तौर पर उर्दू भाषा में अपील की गई है। मुंबई के मुंब्रा में लगाए गए इस पोस्टर में पारंपरिक मुस्लिम वेशभूषा में एक फोटो नजर आ रही है। इस पोस्टर के जरिए अपील की गई है कि गैर मजहब वालों से दोस्ती न करें। लड़कियों पर नजर रखी जाए और उनके निकाह में देरी नहीं होनी चाहिए। यानी पोस्टर्स के पीछे का मकसद पूरी तरह से साफ है कि जो लोग इस्लाम को नहीं मानते हैं, उनसे मुस्लिम लड़कियों को दूरी बनानी चाहिए। इन पोस्टर्स के पीछे बीते दिनों हुई कोल्हापुर हिंसा को भी जोड़कर देखा जा रहा है। स्मार्टफोन का इस्तेमाल न करने की अपीलमजहबी तौर पर समाज में नफरत का संदेश देने वाले पोस्टर में मुस्लिम लड़कियों के लिए नियम-कानून का फरमान जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि काफिरों (इस्लाम को न मानने वाले) से मेलजोल न बढ़ाएं। इसके साथ ही उनसे दोस्ती करने से भी दूर रहें। इस पोस्टर में स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की गई है। कौम के परिवार वालों के लिए भी इस मजहबी पोस्टर में चेतावनी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि अपने घर की लड़कियों पर सतर्कता से नजर बनाए रखें। कोल्हापुर में क्यों भड़की थी हिंसामहाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में औरंगजेब का वाट्सऐप स्टेटस लगाए जाने पर हिंसा भड़की थी। कुछ हिंदू संगठनों ने इसको लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसके बाद फिर हिंदू संगठन के लोग औरंगजेब पर मचे बवाल के बीच शिवाजी चौक पर धरना प्रदर्शन करने पहुंच गए, जहां दोनों गुटों में संघर्ष बढ़ता देख पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा था। कोल्हापुर बवाल के बीच राजनेताओं की बयानबाजी भी खुलकर देखने को मिली है। इसमें महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीस से लेकर ओवैसी और संजय राउत तक के नाम शामिल हैं।