आगे बढ़ने से पहले यह जान लीजिए कि यह कन्फ्यूजन इतना ज्यादा है कि हाई कोर्ट के एक जज ने कह दिया था कि मोर राष्ट्रीय पक्षी क्यों है, क्योंकि वह ब्रह्मचारी रहता है। उसके आंसुओं से मोरनी प्रेग्नेंट होती है। धन्यवाद कहिए, मोबाइल कैमरे का जिसकी बदौलत बहुत से लोगों ने मेटिंग का वीडियो भी बनाया और फिर धीरे-धीरे गलतफहमी दूर होने लगी।
आज सारे भ्रम दूर कर लीजिए क्योंकि मोर और मोरनी भी दूसरे जानवरों और इंसानों की तरह ही प्रजनन करते हैं। मोबाइल कैमरा आने से पहले तक कम लोग यह देख पाते थे तो अफवाहों को बल मिलता गया। हालांकि वैज्ञानिकों ने कभी भी इसे सही नहीं बताया। एक दिलचस्प बात, जिसके बारे में आपको जानना चाहिए कि कुछ पक्षी खास तरह का ‘किस’ कर संभोग करते हैं। इसे अंग्रेजी में cloacal kiss कहते हैं।
Quora पर भी इस पर काफी बहस हुई है। यहां कई लोगों ने भ्रम दूर करते हुए बताया है कि मोर के आंसू पीकर मोरनी के गर्भवती होने की बात बेबुनियाद है। प्रजनन का तरीका बाकी पक्षियों की तरह ही होता है। मोर सहित सभी पक्षी संबंध बनाते हैं तो नर पक्षी मादा की पीठ पर सवार होता है। इसी दौरान नर अपना स्पर्म मादा के शरीर में ट्रांसफर कर देता है।
हर बार पक्षियों के संभोग में 15 सेकेंड तक का वक्त लगता है। मेल और फीमेल अपने क्लोका को एक साथ कुछ समय तक दबाए रहते हैं। दिल्ली के जानेमाने वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर विनोद गोयल ने मोर-मोरनी के संबंध बनाने की कई तस्वीरें ली हैं।
आज से आप भी सारे भ्रम दूर करते हुए समझ लीजिए कैसे मोर और मोरनी एक दूसरे के करीब आते हैं। मोरनी को देखकर मोर डांस करने लगता है। मोरनी उसे हर तरह से देखती है। आकर्षित होने पर ही वह उसके सामने आती है। इसके बाद 9 से 15 सेकेंड की क्लॉकल किस की प्रक्रिया शुरू होती है। सिविल सेवा में रहे विनोद गोयल लिखते हैं कि जब एक कपल मेटिंग में व्यस्त रहता है तो दूसरा मोर जिज्ञासा भरी नजरों से करीब आता है कि आखिर चल क्या रहा है। वह उनके पीछे से छिपकर देखता है। एक फोटोग्राफर होने के नाते वह लिखते हैं कि मेटिंग की तस्वीरों को कैमरे में कैद करना काफी धैर्य और समय लेता है।