तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय पहलवानों के धरने के प्रति सोमवार को एकजुटता दिखाई।
दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित देश के चोटी के पहलवान जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। ये लोग यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
द्रमुक अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के मुताबिक पार्टी के सांसद एम एम अब्दुल्ला ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की और द्रमुक की ओर से उन्हें समर्थन व्यक्त किया।
स्टालिन ने ट्वीट किया, ‘‘भारत का मान बढ़ाने वाले देश के पहलवानों को यौन उत्पीड़न के सामने आत्मसम्मान की रक्षा करने के लिए विरोध करने पर मजबूर होना दिल को तकलीफ देने वाला है। आज द्रमुक की ओर से पार्टी के सांसद एम एम अब्दुल्ला ने पहलवानों से मुलाकात कर हमारी एकजुटता व्यक्त की। हम न्याय के लिए अपने पहलवानों के साथ खड़े रहेंगे।’’
दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं। पहली एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसे यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के साथ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। दूसरी प्राथमिकी शिकायतों की व्यापक जांच के संबंध में दर्ज की गई है। सात महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
पहलवानों ने कहा है कि जब तक सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे विरोध स्थल नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पिछले सप्ताह अपना धरना फिर से शुरू किया और मांग की कि आरोपों की जांच करने वाली समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाए।